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Parul Sharma
दाल रोटी की जगह पिज्जा बर्गर मिठाई की जगह केक चाकलेट नमकीन की जगह कुरकुरे चिप्स Fastival or birthday पर gift परोसने वाले santa हम लोग --- मकरसंक्रांति पर तिलकुट खिचड़ी बसंत पंचमी पर पीले वस्त्र चावल होली पर गुजिया इनरसा एकादशी पर घड़ा पंखा खरबूज शरबत गणतंत्र दिवस पर बूंदी रक्षाबंधन पर घेबर जन्माष्टमी पर पंजीरी चरणामृत नौ दुर्गा में पूरी हलुआ शरद पूर्णिमा पर खीर महिलाओं के त्योहार पर श्रंगार के सामान दशहरा दिवाली पर खीर खिलौने बताशे बाँटते और दान करते है हम गिफ्ट नहीं लेते List में कुछ और रह गया है तो Santa आप भी बता सकते हैं कुछ ले भी जा सकते हैं हमारे त्योहारों पर मित्रों आप ही बताइए लगता है बहुत कुछ रह गया है ©Parul Sharma दाल रोटी की जगह पिज्जा बर्गर मिठाई की जगह केक चाकलेट नमकीन की जगह कुरकुरे चिप्स Fastival or birthday पर gift परोसने वाले santa हम लोग -
दाल रोटी की जगह पिज्जा बर्गर मिठाई की जगह केक चाकलेट नमकीन की जगह कुरकुरे चिप्स Fastival or birthday पर gift परोसने वाले santa हम लोग -
read moreAnant Nag Chandan
हाय! कोई देखे ये मेरी अधूरी ख्वाहिशें, उसे गले लगाकर मैं कभी रो भी न सका। अनन्त ©Anant Nag Chandan #Hug हाय! कोई देखे ये मेरी अधूरी ख्वाहिशें, उसे गले लगाकर मैं कभी रो भी न सका। अनन्त
#Hug हाय! कोई देखे ये मेरी अधूरी ख्वाहिशें, उसे गले लगाकर मैं कभी रो भी न सका। अनन्त
read moreseema patidar
तेरे एक इशारे पर तेरी हो सकती हूं मैं कुछ नहीं है पास खोने को फिर भी बहुत कुछ खो सकती हूं मैं पत्थर सी बन गई हूं ,और पत्थर बने है जज्बात अगर तू लगाले गले तो जी भरकर रो सकती हूं मैं ......... ©seema patidar जी भरकर रो सकती हूं मैं ......
जी भरकर रो सकती हूं मैं ......
read moreExpressiveladki
हर किसी के भाव हर चीज से अलग तरह से जुड़े होते हैं , कुछ लोगों को संगीत सुनकर आनंद आता है तो कुछ उसमें अपनी जिंदगी को महसूस करके रो पड़ते है
read moremeri_lekhni_12
White मेरे जीते जी रो लेता ,तो मैं मरता भला ही क्यों, लौटकर आने की चाहत है पर मैं आ नही सकता। क्यों गमगीन रहते हो , रहो न पहले जैसे तुम, तुम्हारे चेहरे पर मातम सा अब अच्छा नहीं लगता। तसब्बुर में तेरे शामो शहर मैने दिन गुजारे थे, तुझे क्या होगया जो मेरे बिन अब रह नही सकता। तेरी राहों को तकती थी निगाहे मेरी हर सूं तब कि क्यों बैठा है चौराहे पे, मुझे जब पा नही सकता।। पूनम सिंह भदौरिया दिल्ली ©ek_tukda_zindgi _12 मेरे जीते जी रो लेता..........#कविता #Poetry #gajal