Find the Latest Status about आस म्हणजे काय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आस म्हणजे काय.
royal_shetkari
Unsplash बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽 ©royal_shetkari #leafbook बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽
#leafbook बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽
read moreEshwari
अतीव सज्जनपणाची भीती वाटते. अतीव गोड बोलणारे फसवे निघू शकतात... रबडीमध्ये गुलाबजाम टाकून खाणाऱ्यापासून सावध असायला हवं.... ईश्वरी ©Eshwari # अतिरेक म्हणजे विष
# अतिरेक म्हणजे विष
read moreAshraf Fani
आँखों में जो एक प्यास थी वो प्यास रह गई दिल में जगी जो आस थी वो आस रह गई अपना सा मुँह लिये हम महफ़िल से आ गये देनी थी जो एक चीज़ वो मेरे पास रह गई ©Ashraf Fani आँखों में जो एक प्यास थी वो प्यास रह गई दिल में जगी जो आस थी वो आस रह गई अपना सा मुँह लिये हम महफ़िल से आ गये देनी थी जो एक चीज़ वो मेरे पास र
आँखों में जो एक प्यास थी वो प्यास रह गई दिल में जगी जो आस थी वो आस रह गई अपना सा मुँह लिये हम महफ़िल से आ गये देनी थी जो एक चीज़ वो मेरे पास र
read moreअनुज
खुले आसमान के बीचो-बीच एक हार है घर के चारों तरफ झरना एक है छोटी सी झील है जिसके आस पास बहुत सुन्दर से फूल और फल के पौधे पेड है के आगे शान्त
read moreVinod Mishra
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} अगर भक्त प्रहलाद जैसा विस्वास हो, भीलनी की जैसी आस हो, दरोपति की जैसी पुकार हो, मीरा के जैसा इंतजार हो, तो भगवान श्री कृष्ण जी को आना ही पड़ता है। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} अगर भक्त प्रहलाद जैसा विस्वास हो, भीलनी की जैसी आस हो, दरोपति की जैसी पुकार हो, मीरा के जैसा इंतजार
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} अगर भक्त प्रहलाद जैसा विस्वास हो, भीलनी की जैसी आस हो, दरोपति की जैसी पुकार हो, मीरा के जैसा इंतजार
read moreParasram Arora
White jindgi के हर लम्हें को मै ौरी समग्रता से जी लेना चाहता हू. क्योकि नहीं रहीं लम्बा जी वन जीनेq की मुझमे कोई आस 👌👌p ©Parasram Arora #sad_quotes आस
#sad_quotes आस
read moreDevanand Jadhav
seema patidar
White स्वच्छंद विचरण को छोड़ा था पंछी उम्मीद थी शाम तलक घर लोट आने की संग भेजी थी उसके दुआ,खुशियों का जहां पाने की जिद थी उसकी उड़ जाने की चाह उन्मुक्त गगन में खो जाने की मोह होता तो जाल बिछा लेते, पिंजरे के घेरे डाल देते पर प्रेम इजाजत नहीं देता, बंधन में अपने बांधने की बस आस की डोरी से बांधा है ,और एकटक निहारे बैठे है प्रतीक्षा में परिंदे के लोट आने की ........ ©seema patidar आस की डोर....उम्मीद का बंधन निश्छल,निस्वार्थ .......
आस की डोर....उम्मीद का बंधन निश्छल,निस्वार्थ .......
read more