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sushil
Unsplash khushnaseeb hun mai jo aisa hua veeran padi zindagi mai aa khushiyan bhar gaya pehle jaha mayusi thi chehre par kabhi ek dost aaya aur muskurahat de gaya ©sushil. #leafbook {** राधा **}
#leafbook {** राधा **}
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Unsplash mila jo dost tujhsa zindagi sanwar gayee udaas chehre par mere muskurahat khil gayee na koi aur ho tere siva adhuri ek khwahish meri poori ho gayee ©sushil. #leafbook {** राधा **}
#leafbook {** राधा **}
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Unsplash dost ji bye tc humesha khush rahiyega 😊🙏🙏 ©sushil. #leafbook {** राधा **}
#leafbook {** राधा **}
read moreF M POETRY
Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है.. हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है.. रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार.. इस तरह उनको हमसे चाहत है.. यूसुफ़ आर खान.. ©F M POETRY #इस तरह उनको हमसे चाहत है...
#इस तरह उनको हमसे चाहत है...
read moreबेजुबान शायर shivkumar
कृष्ण के संग राधा की वो बात प्रेम की गहराई बताती है, राधा की वाणी की मिठास, कृष्ण की सच्चाई दिखलाती है.... कृष्ण की मोहिनी सूरत राधा के दिल में बसी है, मोहन के प्रेम में राधिका रंगी हैं. राधा-कृष्ण की प्रेम लीला में छिपा है उनके अनेकन प्यार और समर्पण... है “ कृष्ण की मधुर वाणी में राधा की अनंत भक्ति की मिठास छिपी है, जो सुनने वाले के उस हृदय को मोह लेती है । ” 🎵💞 ©बेजुबान शायर shivkumar कृष्ण के संग राधा की वो बात प्रेम की गहराई बताती है, राधा की वाणी की मिठास, कृष्ण की सच्चाई दिखलाती है.... कृष्ण की मोहिनी सूरत राधा के दिल
कृष्ण के संग राधा की वो बात प्रेम की गहराई बताती है, राधा की वाणी की मिठास, कृष्ण की सच्चाई दिखलाती है.... कृष्ण की मोहिनी सूरत राधा के दिल
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khuda maano dost bnkar zindagi aa gaya zindagi mai aa jeena mujhko sikha gaya muskurahat ab rehti hai saath mere har ghadi andheron se bhari zindagi mai ujala kar khushiyan thama gaya ©sushil. {**श्री.. राधा ..**}
{**श्री.. राधा ..**}
read moreShashi Bhushan Mishra
बे-दखल चाहत हुई है, भावना आहत हुई है, प्रेम का मरहम लगाया, तब कहीं राहत हुई है, बेवज़ह बेचैन हो मन, समझ लो उल्फ़त हुई है, देखता हरबार मुड़कर, जब कोई आहट हुई है, ध्यान में बैठे हो जबसे, फिर कहां फ़ुर्सत हुई है, हो मनोरथ सिद्ध अपना, ऐसी कब किस्मत हुई है, मुस्कुराकर भूल जाना, अपनी तो आदत हुई है, याद तड़पाती है 'गुंजन', घर गये मुद्दत हुई है, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #बे-दखल चाहत हुई है#
#बे-दखल चाहत हुई है#
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