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New दसवी का रिजलट कब आयेगा Quotes, Status, Photo, Video

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Parasram Arora

कब?

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Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora कब?

Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

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आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain  आज का विचार 08.12.24  आज का विचार

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

स्वलिखित शायरी शीर्षक रिश्तों का शीशमहल विधा शायरीनुमा भाव वास्तविक रिश्तों का शीशमहल कब मकान में बदल गया पता न चला, भावुकता कब ईंट पत

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Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा

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White पल्लव की डायरी
कब छटेगे दुविधाओं के बादल
साफ कभी अरमानो का आसमान होगा
खता हमने कुछ की नही
फिर कहर कियो हम सत्ता का झेल रहे है
कण कण में भगवान रहते
फिर सर्वे कर गुमराह कियो है
सियासी दाँव मजहब बन गया
इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा

नवनीत ठाकुर

जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो, अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो। भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर, हमारी राहें अलग, हमारा

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White जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो,
अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो।
भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर,
हमारी राहें अलग, हमारा सफर मशहूर।

©नवनीत ठाकुर जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो,
अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो।
भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर,
हमारी राहें अलग, हमारा

ashita pandey बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

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कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़ #sad_quotes  आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

भाषा शैली स्वलिखित दोहे शीर्षक समय . . विधा दोहा . .

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Dev

दिल का अहसास

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वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev दिल का अहसास

Amit Seth

कार्तिक पूर्णिमा कब है nojoto #viral

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Indian Kanoon In Hindi

पत्नी को भरण-पोषण कब नहीं मिलेगा !When will the wife not get maintenance!

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