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Biplab Patra
White on fire Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip Music vs zzzzzz. ©Biplab Patra #good_night on fire Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip Music vs Subhadip zzzz.
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read moreअंकिता 'गीत '
White kuch is tarah guzarti hai zindagi,, mano mutthi ki ret si❤️ ©अंकिता 'गीत ' #Thinking #poems
Parasram Arora
White सरल काम को पेचीदा बना कर पूरा करने क़ी आदत कई लोगो मे देखी है मैंने हो सकता है सरल को पेचीदा बना कर पूरा करने मे ऐसे लोगो के अहंकार को प्रोत्साहन मिलता होगा ©Parasram Arora सरल vs पेचीदा
सरल vs पेचीदा
read moreChandan
White बेहतर से बेहतर की तलाश करो,मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,टूट जाता है शीशा पत्थर की चोट से,टूट जाए पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो ©Chandan #GoodNight #Shayari #poems #Nojotoshayeri✍️M #poems
#GoodNight Shayari #poems shayeri✍️M #poems
read moreParasram Arora
White जो चिराग जलाया था अँधेरों मे रौशनी के लिए उसी चिराग को आगे चल कर एक दिन सूरज भी बनना था ©Parasram Arora सूरज vs चिराग
सूरज vs चिराग
read morePala ram Gader
White ज़िंदगी की राहों में मुश्किलें तो आएंगी, लेकिन हौसलों से कभी हार नहीं माननी चाहिए। ©Pala ram Gader #sad_quotes #poems
Manas Subodh
लिखना है मुझे "पिता का बोझ" लिख देनी है वो सारी बातें जो पिता कभी कह नहीं पाए लिखना है वो सारे सपने जो पिता छोड़ देते एक पड़ाव पर और अगर स्याही खत्म हो जाए तो लिखूंगा मै रेत पर जितनी बार भी नदी उसे मिटायेगी उतनी बार लिखूंगा पर सच कहू माँ की ममता से कठिन है समझना "पिता का स्नेह" ©Manas Subodh #FathersDay #poems
Shanur Rahman
Unsplash बुरा वक्त इतना बुरा नहीं होता, जितना खुद से जुड़े लोग बन जाते हैं. ©Shanur Rahman #Time vs #People.
Rishi Ranjan
Unsplash " अलविदा कहना पड़ रहा.... " मेरे सभी BPSC PGT शिक्षक प्रशिक्षु आने वाला पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा... एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा.... आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा... क्लास और लंच वालीं कहानी होंगी खत्म... अब अलग होंगे विद्यालय एवं लेकिन मकसद होंगे केवल एक वो है अपने बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा... छह दिनों के प्रशिक्षण सब कितने जल्दी हो गए.... एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा.... आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है.... Bpsc शिक्षक बने हुए आए थे प्रशिक्षण ले कर जा रहे... सेमिनार हॉल के सांस्कृतिक कार्यक्रम सब कितने जल्दी हो गए... हाथ में certificate मिला और हम सभी बुनियादी रूप से भी शिक्षक हो गए.... एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब रहा.... आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है.... मेरे दोस्तों ध्यान से देख लो कहीं कुछ छुटा ना हो... कहीं आपकी वज़ह से किसी का दिल रूठा न हो... भूलकर सब रंजिशें सब एक दूसरे से मिल लो.... क्युकी जा रहा ये वक़्त अब दुबारा आने से रहा.... दिल थाम कर आंखे पोंछ कर अलविदा कहना पड़ रहा... मेरे BPSC PGT शिक्षक ये साथ का पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा... आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है..... अलविदा कहना पड़ रहा.... धन्यवाद और आभार आप सबों को.... ©Rishi Ranjan #Book #poems #Life hindi poetry on life love poetry in hindi poetry in hindi poetry quotes