Find the Latest Status about बाहेरचा पोत बांगला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बाहेरचा पोत बांगला.
Mishra Kaushal
कामयाबी के पीछे इन दिनो को नही देखा करते है। किस्मत अच्छी है, पल में ही लोग बोल दिया करते है।। #मेहनत_से_कामियाबी #घरछोड़के #बाहेरचा #misraword #misralove
yogesh atmaram ambawale
त्यांनाच ह्याचा थांगपत्ता नसतो ज्यांचा जीव एकमेकांवर जडलेला असतो, तरी त्यांची love-story लोकप्रिय होते कारण त्याला बाहेरचा गोंगाट जबाबदार असतो. सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे बाहेरचा गोंगाट... #बाहेरचा #गोंगाट #yqtaai #collab Best YQ Marathi Quotes पेज ला भेट द्या. #Y
Manisha Dongre Kulkarni
मनात चालते सतत.. तुझी कुजबुज अविट.... ऐकू नाही येत..©®MDKताे बाहेरचा गाेंगाट.... #बाहेरचा #गोंगाट सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे बाहेरचा गोंगाट... #बाहेरचा #गोंगाट #yqtaai #collab Best YQ Marathi Quotes प
Rashmi Hule
बाहेरचा गोंगाट संपेल कधितरी.... मनातील कोलाहल संपवेल जिवन कधितरी.... सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे बाहेरचा गोंगाट... #बाहेरचा #गोंगाट #yqtaai #collab Best YQ Marathi Quotes पेज ला भेट द्या. #Y
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी मौसम ले जब अंगड़ाई,बहार बसन्त की आयी खिल गयी कपोले,उमंग चारो ओर छायी चल गयी पुरवाई,खेतो में फसले लहरायी आनन्द मन मे खुशियाँ समायी रंग गुलाल ले हर्षा रहे लोग लुगाई मिट गयी सब दूरियाँ, एक रंगों में रंगाई खुशियाँ जब देती है दस्तक उत्सव त्योहारों का रचायी धरती से उड़े गुलाल,आसमान हर्षायी अनूठे है भारत वासी हर रीतिरिवाजों में जिंदा दिली दिखायी गालो में रंग पोत, अपने पन की मिसाल जलायी होली की हुड़दंग में भी,प्रेम की परिभाषा देती दिखायी प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Holi गालो में रंग पोत, प्रेम की परिभाषा सिखाये #Holi
TabishAhmad 'تابش '
पोत दो लब पे स्याही इंक़लाब की, लब जो खुले निकले सदा इंक़लाब की। पोत दो लब पे स्याही इंक़लाब की, लब जो खुले निकले सदा इंक़लाब की। #nojoto #shayari #hindi #hindipoetry
Mo k sh K an
अम्बुज बाजपेई"शिवम्"
"तू कैद ही रह न उड़ आसमां में हर मुंडेर पर अब गिद्धों का डेरा हो गया है यूं कालिख पोत रही हैं संस्कृति पर पीढ़ियां आज़ की देवियों के लिए असुरक्षित देश मेरा हो गया है।" "तू कैद ही रह न उड़ आसमां में हर मुंडेर पर अब गिद्धों का डेरा हो गया है यूं कालिख पोत रही हैं संस्कृति पर पीढ़ियां आज़ की देवियों के लिए अस
Sanjeev Prajapati
शायद ही कोई इतना नासमझ होगा जो काली और गोरी चमड़ी पर पुते रंगीन पाउडर और क्रीमों को न पहचान पाए। होठों पर लाली पोत लेने पर और भौहों को उस्तरे से छीलकर उन्हें काले रंग से नकली भौंहें बना लेने पर अपने आप को मॉडल दिखने वाले सपना निरर्थक है किसी भी वस्तु की स्थिति और उसका आकार किसी से छुपता नहीं है। ©Sanjeev Prajapati शायद ही कोई इतना नासमझ होगा जो काली और गोरी चमड़ी पर पुते रंगीन पाउडर और क्रीमों को न पहचान पाए। होठों पर लाली पोत लेने पर और भौहों को उस्तरे