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Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी आम की तरह चुलबुला है आम आदमी मिठास संस्कारो की तरह जीता है आपदाओं परेशानियों से पक पक कर ठक हार के पिलपिला हो रहा है राजनेताओं की राजनीति का है आधार ये चूस चूस कर इनको गुथलियो की तरह नजरअंदाज कर रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #mango_tree आम की तरह है चुलबुला आम आदमी
#mango_tree आम की तरह है चुलबुला आम आदमी #कविता
read moreAyush Kumar
White चल मुसाफिर उसी रास्ते पे जहा मैं अपना बचपन छोड़ आया था, यहां तो दम घुटता है मेरा। ©Ayush Kumar #मुसाफिर
Sheetal_Gazta
White वो नए सफर में मेरी हमसफर बन गई, फिर हुआ कुछ यूं की सफर खत्म होते ही वो फिर मुसाफिर बन गई।। ©Sheetal_Gazta #मुसाफिर
i_m_charlie...
White जूठ बोलने से अगर अपना भला हो रहा हो तो क्या जूठ बोलना चाहिए? ये खयाल बार बार जहन में आ जाता है, क्यूंकि कभी कभी ऐसी परिस्थितियां पैदा हो जाती है की इंसान सोच ही नही पाता की क्या करे, क्यूंकि ऐसे हालात में वो सच भी नही बोल पाता और जूठ बोलने से उसे उसका जमीर रोक देता है, तो ऐसे हालात में क्या करना चाहिए, किससे पूछे कुछ समझ नहीं आता। ©i_m_charlie... #Emotional आदमी कन्फ्यूज हो जाता है की क्या करे?
#Emotional आदमी कन्फ्यूज हो जाता है की क्या करे? #SAD
read moreमुसाफिर
कस्ती में कितने भी किनारे हो पार तो तैर कर ही करना है। ©मुसाफिर #मुसाफिर
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी बंजर है जमीन,प्यासा मानव तड़प रहा है कुआँ बाबड़ी चढ़ गयी विकास की भेंट वैश्वीकरण के नाम पर पानी भी मोल बिक रहा है धर दिये पांव खगोलीय मंगल और चांद पर मगर बौना आम आदमी को कर रहा है चन्द लोगो को सौगात देकर संवेदना और आँखों का पानी गरीबो के लिये दुनिया मे मर रहा है हित अपने साधने के लिये, आकाओ द्वारा कई देशों का अस्तित्व दाँव पर लग रहा है मूल भूत सुविधाओं का अकाल सा हो गया मगर झूठे विकास पर इतराना गजब हो गया है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Night बौना आम आदमी को कर रहा है #nojotohindi
#Night बौना आम आदमी को कर रहा है #nojotohindi #कविता
read moreDr Wasim Raja
White आज भ्रष्ट गंदी राजनीति से बिलख रही है जमी। अत्याचार के आंसुओं से फिजा में बनी है नमी।। मानव खुद के अंदर झांके दूर करे अपनी कमी। शासन के शोषण का विरोध करें हर एक आदमी। ©Dr Wasim Raja आदमी
आदमी #कविता
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