Find the Best रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
अबोध_मन//फरीदा
जानते हो... मुझे समझ नहीं आया कभी कि ईश्वर ने मुझे तुमसे मिलाया या तुमने मिलाया मुझे ईश्वर से, पर एक बात जिसे स्पष्टता मिली मेरे मन को कि ईश्वर को जानने के लिए प्रेम का होना अतिआवश्यक है.. मैंने प्रेम जाना तुम्हारे माध्यम से.. और पाया ईश्वर को... या मैने प्रेम जाना और ईश्वर ने मुझे सौंपा साक्षात प्रेम अर्थात् तुम्हें मेरे हिस्से में ‘मेरे प्रेम’ ! .... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #प्रेम_अर्पण #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा
अबोध_मन//फरीदा
ये शाम ख़्वाब सी, ख्याल तेरे हमनवाँ, धनक के रंग पहने खिल रहा ये आसमाँ। सभी फिराक में हैं अपनी वापसी को, जो गए भटक उनका कहाँ कोई ख़ैर-ख्वाँ। उसे आना ही नहीं, उम्मीद ला-हासिल, गुज़र चुका इसी राह से कारवाँ-दर-कारवाँ। इश्क़ खुश्बू है जो महके इस करीने से, पाक हो जाती हवा गुज़रे जो छूकर अर्ग़वाँ। शाम की दहलीज़ पर ज़र-फ़िशाँ यादें हैं, इक चाँद रोएगा चाँद देख, हर सूं आब-ए-रवाँ। “मदीहा” ग़ज़लों में लज़्ज़त तो होगी ही, कि उनमें ज़िक्र उसका आ ही जाता जहाँ-तहाँ। –अबोध_मन//“फरीदा” . ©अवरुद्ध मन ख़्वाब सी, ख्याल तेरे हमनवाँ, धनक के रंग पहने खिल रहा ये आसमाँ। सभी फिराक में है अपनी वापसी को, जो गए भटक उनका कहाँ कोई ख़ैर-ख्वाँ। उसे आना ही नहीं, उम्मीद ला-हासिल, गुज़र चुका इसी राह से कारवाँ-दर-कारवाँ।
अबोध_मन//फरीदा
प्रीत की डोरी हाथों से जस–जस छूटत जाय। मोह ही मोहे ले डूबा मोहन, लुटा चितवन हाय।। ... अबोध_मन//”फरीदा” ©अवरुद्ध मन प्रीत की डोरी हाथों से जस–जस छूटत जाय। मोह ही मोहे ले डूबा मोहन, लुटा चितवन हाय।। #अबोध_मन #अबोध_प्रेम #प्रेम_अर्पण #फ़क़त_फरीदा #राधा_कृष्ण #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा #दोहे_जैसा
अबोध_मन//फरीदा
अलंकृत करे मोहे स्वेद बूँदें, जैसे भिंजोए बरखा पावन। ... निखरे द्युति स्वर्ण देह सी निहारे माेको पिय मनभावन। ... जरै साखियाँ, सोलह चन्द्रकलाएँ, चन्द्रमा की, मोरे पिय की हैं बावन। ... अबोध_मन//”फरीदा” . ©अवरुद्ध मन अलंकृत करे मोहे स्वेद बूँदें, जैसे भिंजोए बरखा पावन। ... निखरे द्युति स्वर्ण देह सी निहारे माेको
अबोध_मन//फरीदा
’प्रेम’ वर्णमाला, शब्द, वाक्य और व्याकरण नियमों में कब बंध पाया।! जब जब किसी ने पढ़ा है मौन ‘प्रेम’ वही कहलाया। ... अबोध_मन//‘फरीदा’ . ©अवरुद्ध मन ’प्रेम’ वर्णमाला, शब्द, वाक्य और व्याकरण नियमों में कब बंध पाया।! जब जब किसी ने पढ़ा है मौन ‘प्रेम’
अबोध_मन//फरीदा
सुनो, जब तुम यूँ मेरा हाथ थाम करते हो अपनी हथेली संग मेरी हथेली का आलिंगन और अपनी उंगलियों से भर देते हो मेरे उंगलियों के बीच की रिक्तता; तो ऐसा कर तुम भर रहे होते हो मेरे अंतस की रिक्तता कि जीवन में आद्योपांत तुम ही मेरे ‘पूरक’ रहोगे। अबोध_मन//“फरीदा” ©अवरुद्ध मन #अबोध_मन #गुस्ताख़फरीदा #togetherforever #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा #she_fireflies_moon_herlove #मैं_तुमऔरकुछ_रिक्तस्थान
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited
Follow us on social media:
For Best Experience, Download Nojoto