Find the Best स्वस्ति_भवते Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
AK__Alfaaz..
आलिंगन को आतुर.. तपत भूमि.. प्रतिपल मुरझाय.. देख दशा.. अपनेहुँ प्रिय की.. बदरा कै मन.. तड़पत जाय.. बरस-बरस.. मेघा फिर.. लिपट कै धरती से.. ओ की क्षुधा मिटाय.. देख स्नेह व्यवहार.. प्रियवर का.. भाव विभोर भयी धरा.. हरषि-हरषि उर लाय..।। -AK__Alfaaz.. #स्वस्ति_भवते..🙏 हमने अपनी इस रचना में..ग्रीष्म ऋतु मे तपती धरती की व्याकुलता को दर्शाने की चेष्टा की है कि किस प्रकार से वह ज्येष्ठ माह मे तपते हुए.. वर्षा ऋतु की प्रतिक्षा मे बाट जोहती है... तथा अषाढ़ माह के प्रारम्भ पर जब बादल बरसते हैं तो वह किस प्रकार धरती को अपनी प्रेमिका की भाँति आलिंगन कर ..उस की तप्त क्षुधा को मिटाकर अपार सुख व शान्ति प्रदान करते हैं.. चौमाषा--इसे वर्षा ऋतु के उन चार महीनों को कहते हैं जिनमें बरसात होती है..(अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन) शुरू भया चौमाषा.. लैके चपल..
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited
Follow us on social media:
For Best Experience, Download Nojoto