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Hastaxar
स्त्री-विमर्श अकेले हूँ अभी, अकेले चलूँ या नहीं? पैर से विकलांग हूँ, ज़हनी नहीं, सोच रही हूँ यही।। क्या हुआ तुम मेरे साथ हो या ख़िलाफ़, मंज़िल मेरी ये नहीं, लेकिन जाना है वहीं।। कोहरा घना है, माना काली अँधेरी रात है, जला लूँगी मशाल, चलो विकल्प ये भी सही।। ख़ुद पर क़र्ज़ बढ़ाकर, नहीं जी सकती परिजन का, क्या तुम्हे पता है? मैं ये भी जानती हूँ भलीभाँति।। कुछ दिवस की ही तो बात है, मेरी फ़तह हिमालय में, बस तारीख़ अंकित होना बाँक़ी है, अख़बारों वाली।। अकेले हूँ अभी, अकेले चलूँ या नहीं? पैर से विकलांग हूँ, ज़हनी नहीं, सोच रही हूँ यही।। © कृष्ण कुणाल झा #thirdquote #strivimarsh #motibationalquotes #krishnakunaljha
Hastaxar
क्या तुम वही हो ना, जिसको, इस जग ने धुतकारा था? और एक हारा हुआ इंसान, जोरों से आलिंगन को पुकारा था? पर तुम अब यहाँ क्या कर रहे हो, इस विद्वत संसार में? यहाँ सब के सब त्रिकालदर्शी हैं, बता देते हैं पहले ही, क्या हैं किसके कपाड़ में! हाँ, मैं सच कह रहा हूँ, मुझे तजूर्बा हैं इन सब की। तभी तो मैं किसी को मुँह नहीं दिखाता, खासकर लकीड़े हाथ और ललाट की। © कृष्ण कुणाल झा #secondquote #krishnakunaljha #motivationalquotes
Hastaxar
नज़्म-ए-ग़ज़ल कहाँ शौख़ का आख़र। ये तो ऐसे जैसे तलाक़ पर हस्ताक्षर।। हिल जाती है बुनियाद महलों की भी। जब आती है बेटी लाँघ यौवन सागर।। कहाँ कलम मे धैर्य कि फिर स्याही उगले। काले बादल संग आँसू बरषे सावन अक्षर।। यहाँ मुफ़लिसी तनीक भी नहीं ज़हनी। यहाँ सब है जग दर्शक अद्भुत साक्षर।। नज़्म-ए-ग़ज़ल कहाँ शौख़ का आख़र। ये तो ऐसे जैसे तलाक़ पर हस्ताक्षर।। © कृष्ण कुणाल झा #firstquote #krishnakunaljha #gazal
कृष्ण कुणाल झा
प्रेम में होना, सर्द में दोपहर जैसा होता है, ताप ज्यादा होने के बावजूद, आँख मींचकर, उसी के पनाह में बैठे रहना, अच्छा लगता है। © कृष्ण कुणाल झा #thirdquote #krishnakunaljha #quoteoftheday #lovequotes
कृष्ण कुणाल झा
हम, तब तक ही तैरते हैं, जब-तक कि, कोई आकर हमें ये न कह दें कि, तुम डूब चुके हो। © कृष्ण कुणाल झा #secondquotebyme #krishnakunaljha #poetry #uqoteoftheday
कृष्ण कुणाल झा
जब कभी, 'पंछी' पालने का मन हो तो, बरामदे में 'पिंजरा' नहीं, आँगन मे 'पेड़' लगाना। क्योंकि, कूँकने और कराहने में फ़र्क़ बहुत है। © कृष्ण कुणाल झा #firstquotehere #krishnakunaljha #poetrycollection
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