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karthik r
मैं रात भर मैं रा गम लिखता रहां एक सुबह की आश ना रखी तुम चेहरों की तरहां नाम बदलते रहें । मैं अखबारों की तरहां सुर्खियों मैं छाया रहा जख्म गहरा था मिटा ना सका मरहम कोई किताब थी मैं । कलम चलाता रहा kartik ji...।। Saumya "schat" Innocent Girl Khushbu Shruti Jaiswal sanju panwar #एक_कलम_मिलीं_झुकीं_हुई #एक_सर_मिला_कटा_हुआ_एक_आश #मिलीं #भुझी_हुई_ना_मै_कह_सका_ना_मैं_जता #सका ✍ #kartik_ji...#k
Pandey Sunil 🇮🇳
नजरों से मिलीं नजरें और बात हो गई, आंखो के सहारे ही मुलाकात हो गई, सूखा पड़ा था वर्षों से दिल का ये मरुस्थल, नजरें मिलीं उनसे और बरसात हो गई, skp@basti time pass writting नजरों से मिलीं नजरें और बात हो गई, आंखो के सहारे ही मुलाकात हो गई, सूखा पड़ा था वर्षों से दिल का ये मरुस्थल, नजरें मिलीं उनसे और बरसात हो गई, skp@basti time pass writting
raanjha
मुद्दतों बाद वो हमसे आ के मिलीं पहले शरमाईं और फिर मुस्कुरा के मिलीं जरूर किसी खास से हो रही थी बात उनकी फिर भी फोन को कान से हटा के मिलीं लगता है raj diaries वो भी पढ़ती हैं इस लिए नजरों को झुका के मिलीं । मुद्दतों बाद वो हमसे आ के मिलीं ( instagram - @official_raj_diaries ) follow me on Instagram @official_raj_diaries #कविता #विचार #कहनी #कला Kumari Rinu Devakee Parmjit Kaur Smriti Joshi Shivangi Vyas Monika
raanjha
मुद्दतों बाद वो हमसे आ के मिलीं पहले शरमाईं और फिर मुस्कुरा के मिलीं जरूर किसी खास से हो रही थी बात उनकी फिर भी फोन को कान से हटा के मिलीं लगता है raj diaries वो भी पढ़ती हैं इस लिए नजरों को झुका के मिलीं । मुद्दतों बाद वो हमसे आ के मिलीं ( instagram - @official_raj_diaries ) follow me on Instagram @official_raj_diaries #कविता #विचार #कहनी #कला Kumari Rinu Devakee Parmjit Kaur Smriti Joshi Shivangi Vyas Monika
रजनीश "स्वच्छंद"
क्या खोया क्या पाया।। एक सुबह की चाह में मैं रात भर रोता रहा, आई जब मिलने सुबह थक हार मैं सोता रहा। एक गणित ये ज़िन्दगी, मूक थी सिखला रही। सत्य दर्पण हाथ ले, दो टूक थी दिखला रही। यायावरों की एक टोली, जो मेरा हिस्सा रहा। लग रही हर शाम बोली, जो मेरा किस्सा रहा। चंद लकीरें हाथ की, सू-राह से भटकी मिलीं। कट चुकी जैसे पतंगें, डाल पे अटकी मिलीं। ना ओर कोई छोर कोई, संग पवन के चल रहा। स्वप्न के भी गर्भ में, नव-स्वप्न कोई पल रहा। सार्थक भी स्वस्प्न था, और स्वप्न जीवन ढाँपता। सच की धरा जो पांव डाले, पांव भी था कांपता। अंगद नहीं ना मेघनाद, जो धरा मैं भांपता। पांव जमाने की ललक में, था जमीं मैं नापता। जा कहाँ स्थिर हुआ मैं, मृत्यु-आहट दर है पड़ी। जिस मृत्यु से भागा किया, वो आन सम्मुख है खड़ी। पड़ा निर्विकार स्थूल मैं, यम-पाश को हूँ देखता। क्या लिया और क्या दिया, ये सोच मैं हूँ झेंपता। अब बैठ हूँ मैं सोचता ऐसा क्यूँ होता रहा। एक सुबह की चाह में मैं रात भर रोता रहा। ©रजनीश "स्वछंद" क्या खोया क्या पाया।। एक सुबह की चाह में मैं रात भर रोता रहा, आई जब मिलने सुबह थक हार मैं सोता रहा। एक गणित ये ज़िन्दगी, मूक थी सिखला रही। सत्य दर्पण हाथ ले,
आशीष 'असद'
ज़िन्दगी तेरे हिसाब में न रिहायतें मिलीं आफतों के बाद भी हमें आफतें मिलीं #NojotoQuote Meenu Rohilla Shilpa Kumari Jha Mamta Monika Mamta
Pandit Arpit Agnihotri
हम गलियां-गलियां घूम आएं, तुम न मिलीं हम कलियां-कलियां धूंड आएं, तुम न मिलीं
ANIL KUMAR
ANIL KUMAR
*राज जिंदगी का यूं हमसे छिपा गयी जिंदगी, सरे राह महफ़िल में यूं मूर्ख बना गयी जिंदगी। देखते रहे हम अपनी मौत का तमाशा, मालूम नहीं हमको, किस जन्म का हिसाब लगा गयी जिंदगी। राज जिंदगी.................. ढूंढते रहे हम रिश्तों की अहमियत यहां वहां, भटके मुसाफ़िर बनके पता न हमें कहां-कहां,
ANIL KUMAR
#Nojotovoice तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं; नसीहतों के साथ मे कभी चाहतें भी खिलीं। जिंदगी की राह में दर-दर भटके कभी-कभी; जिंदगी की आपाधापी में कहीं अटके कभी -कभी; इस रेस के कोर्ट में किसी को खटके कभी-कभी, किसी ने हाथों-हाथ लिया तो किसी से दुश्वारियां मिलीं। तेरी जिंदगी_________