Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best पवित्रा Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best पवित्रा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about पवित्रा, नैना और पवित्रा की शादी, नैना और पवित्रा, नैना पवित्रा,

  • 2 Followers
  • 45 Stories
    PopularLatestVideo

Sacred Heart

जितनी परिभाषाएं प्रचलित हैं प्रेम की दुनिया में अगर उतना प्रेम भी होता तो दुनिया सच में खूबसूरत होती #Poetry #पवित्रा

read more
जितनी
परिभाषाएं प्रचलित हैं
प्रेम की दुनिया में
अगर 
उतना प्रेम भी होता
तो दुनिया सच में 
खूबसूरत होती

Sacred Heart

प्रतिस्पर्धा थी प्रेम की जिस में दिया जाना था मुझे पुरुस्कार स्वरूप प्रथम पुरस्कार में देह थी मेरी द्वितीया में था मेरे मन का वरण तृतिया पुरुस्कार में रखा गया था मेरा जीवन और हारने वाले का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने रखा था मेरी आत्मा का मनन सब भाग रहे थे.... सब जीतना चाहते थे #Poetry #पवित्रा

read more
प्रतिस्पर्धा थी प्रेम की
जिस में दिया जाना था मुझे पुरुस्कार स्वरूप
प्रथम पुरस्कार में देह थी मेरी
द्वितीया में था मेरे मन का वरण 
तृतिया पुरुस्कार में रखा गया था मेरा जीवन
और हारने वाले का मनोबल बढ़ाने के लिए
उन्होंने रखा था मेरी आत्मा का मनन
सब भाग रहे थे.... सब जीतना चाहते थे

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 10 - गाय ब्यायी 'मेरी पुनीता बच्चा देने वाली है।' तोक ने कहा। 'तुझे कैसे पता लगा?' कन्हाई ने तोक की ओर आश्चर्यपूर्वक देखा। तोक तो उससे छोटा है - सब सखाओं में छोटा है, इसे पता लग गया और श्याम को पता नहीं लगता। 'मैया कह रही थी।' तोक ने बतलाया - इसी से तो पुनीता को बाबा चरने नहीं जाने देते हैं।' #Books

read more
|| श्री हरि: || 
10 - गाय ब्यायी

'मेरी पुनीता बच्चा देने वाली है।' तोक ने कहा।

'तुझे कैसे पता लगा?' कन्हाई ने तोक की ओर आश्चर्यपूर्वक देखा। तोक तो उससे छोटा है - सब सखाओं में छोटा है, इसे पता लग गया और श्याम को पता नहीं लगता।

'मैया कह रही थी।' तोक ने बतलाया - इसी से तो पुनीता को बाबा चरने नहीं जाने देते हैं।'

Sacred Heart

चाहती थी पूछना एक प्रश्न पर किस से पूछना चाहिए नहीं जानती पिता की और देखा और प्रश्न किया "मेरे जन्म ने आपके काँधे क्यों झुका दिए?" पिता ने बड़े लाड़ से मेरे सर पर हाथ फेरा और बोले "क्योंकि, तुम लड़की हो" #Poetry #पवित्रा

read more
चाहती थी पूछना एक प्रश्न
पर किस से पूछना चाहिए नहीं जानती
पिता की और देखा
और प्रश्न किया 
"मेरे जन्म ने आपके काँधे क्यों झुका दिए?"
पिता ने बड़े लाड़ से मेरे सर पर हाथ फेरा 
और बोले
"क्योंकि, तुम लड़की हो"

Sacred Heart

एक दिन जब सूरज अपनी परिक्रमा पूर्ण कर चुका होगा चंद्रमा अपने पूरे यौवन में होगा रात किसी दुल्हन सी सजी होगी और #Poetry #पवित्रा

read more
एक दिन
जब सूरज अपनी परिक्रमा
पूर्ण कर चुका होगा
चंद्रमा अपने 
पूरे यौवन में होगा
रात किसी दुल्हन सी
सजी होगी
और

Sacred Heart

निरपराध होना ही मेरा अपराध है जन्म लेना नारी रूप में ये ही मेरा अभिशाप है मैं लज्जित हूँ की मुझमें प्रेम है समर्पण है मैं शापित हूँ #Poetry #पवित्रा

read more
निरपराध होना ही 
मेरा अपराध है
जन्म लेना नारी रूप में
ये ही मेरा अभिशाप है
मैं लज्जित हूँ
की मुझमें प्रेम है
समर्पण है
मैं शापित हूँ

Sacred Heart

उसने मुझे प्रेम करना सिखाया सिखाया कि प्रेम ह्रदय से नहीं आत्मा से किया जाता है उसने मुझे विश्वास करना सिखाया सिखाया की विश्वास #Poetry #पवित्रा

read more
उसने मुझे 
प्रेम करना सिखाया
सिखाया कि प्रेम 
ह्रदय से नहीं
आत्मा से किया जाता है
उसने मुझे 
विश्वास करना सिखाया
सिखाया की विश्वास

Sacred Heart

मुझे पाने की कामना मत करो मेरे हो जाने का संकल्प करो मैं कान्हा की मधुर मुरली का स्वर हूँ जो मन से सुने उसका ही नाम जप लूँ मेरी सूरत से पहले मेरे अन्तस् को देख लो मुझे पाने की कामना मत करो मेरी आँखों से बहता है गंगा जल जरा उसको अंजुली में लो #Poetry #पवित्रा

read more
मुझे पाने की कामना मत करो
मेरे हो जाने का संकल्प करो
मैं कान्हा की मधुर मुरली का स्वर हूँ
जो मन से सुने उसका ही नाम जप लूँ
मेरी सूरत से पहले मेरे अन्तस् को देख लो
मुझे पाने की कामना मत करो
मेरी आँखों से बहता है गंगा जल
जरा उसको अंजुली में लो

Sacred Heart

मनकों की तरह छोटे छोटे पल पिरोती हूँ बिखेर देती हूँ मैं तुम्हारे प्रेम की माला में गाँठ मार कर तुम्हे बाँधना नहीं चाहती #Poetry #पवित्रा

read more
मनकों की तरह
छोटे छोटे पल
पिरोती हूँ 
बिखेर देती हूँ
मैं 
तुम्हारे प्रेम की
माला में गाँठ मार कर 
तुम्हे बाँधना नहीं चाहती

Sacred Heart

मुझे आदत है रिक्तता की भरता है मुझमें जितना भी सुख वो रीस जाता है मेरी निगाहों ने जने हैं केवल मृत सपने मेरे हाथों से लकीरें भी छूट जाती हैं #Poetry #पवित्रा

read more
मुझे आदत है
रिक्तता की
भरता है मुझमें जितना भी सुख
वो रीस जाता है
मेरी निगाहों ने जने हैं
केवल मृत सपने
मेरे हाथों से
लकीरें भी छूट जाती हैं
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile