Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best shaista Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best shaista Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about shaista meaning in hindi, shaista ali khan who is she, khoobseerat by shaista, shaista name meaning in urdu, shaista meaning in urdu,

  • 2 Followers
  • 5 Stories

Mo k sh K an

सीने में एक ख़लिश है जो जीने नहीं देती 
और उम्मीद है एक खामखाँ, मरने नहीं देती

©Mo k sh K an #mokshkan 
#shaista

Mo k sh K an

ख़ुश्बू सी महकती है
तू
मेरे ख़्यालों में
तुझ से आशना हो कर
मैं 
इत्र बन गया हूँ

इत्र@ शाइस्ता

©Mo k sh K an #mokshkan 
#mikyupikyu 
#shaista

Mo k sh K an

उम्मीद का मुसाफ़िर
तन्हा चला 
पशेमाँ 

ना राह है मयस्सर
ना मंज़िल कोई मुक़म्मल 

मुसलसल 
चला जा रहा है 
मुसलसल 
चला जा रहा है 

क़ासिद के पैर से 
क़ाफ़िर के दैर से 

ना ख़ुदी मयस्सर
ना खुदा मुक़म्मल 

मुसलसल 
चला जा रहा है 
मुसलसल 
चला जा रहा है 

शाइस्ता @ मुसलसल

©Mo k sh K an #MereKhayaal 
#Nojoto 
#hindi
#shaista
#शाइस्ता

Mo k sh K an

चल आज तराशें नई सहर ये मिल कर अपने हाथों से 
खाख़ बदलना है कुछ भी यूँ, कोरी कोरी बातों से 

नई दिशा चल मिल कर ढूँढें, अपने अंदर जो जाती है 
और आईने की आँखों से , ख़ुद से आप मिलती है 
कब तक तोलेंगे हम खुद को कागज़ की सौगातों से
खाख़ बदलना है कुछ भी यूँ, कोरी कोरी बातों से 

चले चला चला चाहे जितना सच पैरों को काटे 
थमे नहीं अब, रुके नहीं हम, अब ज्वार मिले या भाटे
कभी क्या सावन रुक पाया है रंग बिरंगे छातों से 
खाख़ बदलना है कुछ भी यूँ, कोरी कोरी बातों से 

नई राह जो रात के ज़ानिब रूह से जा कर मिलती है 
अंधेरों को जुगनू कर जो नूर सुबह का सिलती है
पश्म रोशनी की काते हम गहरी काली रातों से
खाख़ बदलना है कुछ भी यूँ, कोरी कोरी बातों से 

नया सफ़र एक नया सफीना,पार उफ़क़ के जाना है 
नई सोच से ,नए इल्म से ,नया सवेरा लाना है 
कहाँ मिला है ख़ुदा किसी को तकलीदों के खातों से 
खाख़ बदलना है कुछ भी यूँ, कोरी कोरी बातों से 

उदासियाँ @ नया सफ़र है नया सफीना 
शाइस्ता 10

©Mo k sh K an #उदासियाँ_the_journey 
#Zen 
#Poetry 
#Poet 
#Nojoto 
#Hindi 
#shaista 
#sufi

Mo k sh K an

तेरे पैरों को छू कर के राह बनी है धूप 
सोच ना था कोई सफ़र का ऎसा भी है रूप 

मंज़िल का कोई पता नहीं,और लगता नहीं ज़रूरी है 
तू जो मेरे साथ चले तो फिर कैसी मज़बूरी है 
हर लम्हा है नूर से रौशन जैसे चाँद अनूप
तेरे पैरों को छू कर के राह बनी है धूप 

सरगम से बहते हैं लम्हे, इत्र जो तेरा तारी है 
आफ़ताब बनने की देखो आज गुलों की बारी है 
आसमान सा अंतहीन है तेरा ब्रह्म स्वरूप 
तेरे पैरों को छू कर के राह बनी है धूप 

तू जो मुझ में है ज़ाहिर तो अंधेरों से डरना क्या 
रात हो चाहे जितनी गहरी रुक कर मुझको करना क्या 
तू ज़ुम्बिश है क़ायनात की नियती निगम निरूप
तेरे पैरों को छू कर के राह बनी है धूप 

माया है पर साँसों पर सच बन कर के भारी है 
तुझमें मुझमें क्षणभिंगुर ये श्रिष्टी सिमटी सारी है 
एक लम्हे में अंतहीन सब होगा अगम अलूप
तेरे पैरों को छू कर के राह बनी है धूप

उदासियाँ@ राह बनी है धूप
शाइस्ता

©Mo k sh K an #उदासियाँ_the_journey 
#poem 
#Poetry 
#Nojoto 
#mokshkan 
#Zen 
#shaista 
#शाइस्ता


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile