Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best भिखारिन Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best भिखारिन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about भिखारिन की कहानी, भिखारिन की कॉमेडी, भिखारिन के गाने, भिखारिन कहानी का सारांश, भिखारी का अर्थ,

  • 2 Followers
  • 2 Stories

Indu Bala Mishra

भिखारिन 🎭

देखा था मैंने उसे,
सूनी सड़कों पे टहलते हुए।
कभी रोती, कभी हसती थी,
अपनी दुखों को समेटे हुए।
जाड़े की रात हो, या 
गर्मी की धूप हो।
देखा था मैंने उसे, 
चिथड़ों में लिपटे हुए।।

बिखरी जुल्फों से झांकती, 
उसकी सूनी आंखें।
खोजती दानियों से,
खाने को कुछ पाने के लिए,
देखा था मैंने उसे,
भूखे फुटपाथों पे सोए हुए।।

सोचा था उसने कभी,
सुखी जीवन जीने को।
सुख तो मिला नहीं,
दुआ मांगती मरने के लिए।
देखा था मैंने उसे,
सूनी सड़क पे मरते हुए।।

©Indu Bala Mishra #भिखारिन

ओम प्रकाश

#भिखारिन नालंदा के पावापुरी का एक एतिहासिक महत्व रहा है और वहां एक चर्चित जैन शुद्ध भोजनालय हैं। जहां मेरा दोपहर का लंच अक्सर वहीं होता है। हम थे तीन यार , तीनों लंच करके लौट रहे थे और हम सब दोस्त-यार आराम से एक दूसरे की खिंचाई और हंसी-मजाक में लगे ही थे कि एक लगभग 70-75 साल की PNB ATM के पास बुजुर्ग स्त्री पैसे मांगते हुए मेरे सामने हाथ फैलाकर सामने आ गई। उनकी कमर झुकी हुई थी, चेहरे की झुर्रियों में भूख तैर रही थी। नेत्र भीतर को धंसे हुए किन्तु सजल थे। उनको देखकर मन मे न जाने क्या आया कि मैने जेब मे सिक्के निकालने के लिए डाला हुआ था तभी दोस्तों ने भी कुछ सिक्के उनके हाथ पर रख दिए और तभी मैं जेब से अपना हाथ वापस खींचते हुए उनसे पूछ लिया I "दादी खाना खाओगी ?" #nojotophoto

read more
 #भिखारिन

नालंदा के पावापुरी का एक एतिहासिक महत्व रहा है और वहां एक चर्चित जैन शुद्ध भोजनालय हैं। जहां मेरा दोपहर का लंच अक्सर वहीं होता है। हम थे तीन यार , तीनों लंच करके लौट रहे थे और हम सब दोस्त-यार आराम से एक दूसरे की खिंचाई और हंसी-मजाक में लगे ही थे कि एक लगभग 70-75 साल की PNB ATM के पास बुजुर्ग स्त्री पैसे मांगते हुए मेरे सामने हाथ फैलाकर सामने आ गई।

उनकी कमर झुकी हुई थी, चेहरे की झुर्रियों में भूख तैर रही थी। नेत्र भीतर को धंसे हुए किन्तु सजल थे। उनको देखकर मन मे न जाने क्या आया कि मैने जेब मे सिक्के निकालने के लिए डाला हुआ था तभी दोस्तों ने भी कुछ सिक्के उनके हाथ पर रख दिए और तभी मैं जेब से अपना हाथ वापस खींचते हुए उनसे पूछ लिया I

"दादी खाना खाओगी ?"


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile