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Best आकर्षित Shayari, Status, Quotes, Stories

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Satish Chandra

सांसों को आकर्षित करती
तेरी ही मुस्कान है
जो तू मिली इश़्क होगा नसीब
तेरे सदके ही मेरी जान है

हो मुकम्मल मोहब्बत़ की रवानगी
बस अब यही अरमान है
तेरे होने से मैं कायनात़ में हूँ ख़ास 
जो तू न हो तो गुमशुदा मेरी पहचान है

नशा तुझमें मानो जैसे साकी का जाम है
अदनी सी इस चाहत में, मेरी जिंदगी कुर्बान है
तेरी अदायगी, तेरे हुस्न की बदौलत ही तो
मेरी मोहब्बत़ का हर जर्रे में नाम है,

न होना जुदा कि मैं जीता हूँ तुझसे
तू ही तो मेरी सारी आवाम है
मिलकर मुझसे, दे जा मुझे वो मंजर,
तेरे तोहफ़े में ही तो, मेरी तकदीर का फ़रमान है। #YQdidi

#FreakySatty

#LoveShaayri

#SattyPoetries

Ali Alvi "Alfaaz"

आज के दौर में जहां फूहड़ता चरम पर है,समाज में फूहड़ संगीत,नाच,गालियां इत्यादि की पराकाष्ठा है,अधिकतर गानों के बोल,उसमें नाट्य करते लोगों के पहनावे इत्यादि से फूहड़ता झलकती है... वहीं आज ऐसे समय में नवयुवकों का रुझान सूफी संगीत,उर्दू शायरी,सभ्य कविताओं,सामाजिक एवं पारिवारिक नाट्यों की तरफ आकर्षित होना बहुत ही सुखद अहसास दिलाता है। इस रुझान से लगता है कि एक बार फिर समाज में फैली फूहड़ता,नग्नता चाहे वो गानों की बोल की हो चाहे पहनावे की सब का विनाश होना तय है! ये सोच कर सु #nojotophoto

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 आज के दौर में जहां फूहड़ता चरम पर है,समाज में फूहड़ संगीत,नाच,गालियां इत्यादि की पराकाष्ठा है,अधिकतर गानों के बोल,उसमें नाट्य करते लोगों के पहनावे इत्यादि से फूहड़ता झलकती है...
          वहीं आज ऐसे समय में नवयुवकों का रुझान सूफी संगीत,उर्दू शायरी,सभ्य कविताओं,सामाजिक एवं पारिवारिक नाट्यों की तरफ आकर्षित होना बहुत ही सुखद अहसास दिलाता है।
          इस रुझान से लगता है कि एक बार फिर समाज में फैली फूहड़ता,नग्नता चाहे वो गानों की बोल की हो चाहे पहनावे की सब का विनाश होना तय है!
           ये सोच कर सु

घनश्याम कुमार

घनश्याम कुमार

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" तन की सुंदरता " मन को आकर्षित करती है ,
 जबकि 
" स्वभाव " की सुंदरता " हृदय को आकर्षित करती है ! घनश्याम कुमार

Amit kumar jha

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31. नरेन्द्र मोदी समय के बड़े पाबंद हैं।
32. नरेन्द्र मोदी सिर्फ साढ़े तीन घंटे की नींद लेते हैं, वे सुबह 5.30 बजे उठ जाते हैं। 
33. लालकृष्ण आडवाणी को नरेन्द्र मोदी का राजनीतिक गुरु माना जाता है।
34. 1990 के दशक में नरेंद्र मोदी ने आडवाणी की सोमनाथ से अयोध्या रथ यात्रा में बड़ी भूमिका निभाई थी।
35. नरेन्द्र मोदी स्वभाव से आशावादी व्यक्ति हैं। एक भाषण के दौरान उन्होंने कहा था कि लोगों को आधा गिलास पानी से भरा नजर आता है, लेकिन मुझे आधा गिलास पानी और आधा हवा से भरा नजर आता है।
36. नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए कई देशों की यात्राएं की जिनमें चीन प्रमुख है। उन्होंने चीन के विकास को बहुत करीब से देखा। 
37. गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात समिट आयोजित कर देश और विदेश के उद्योगपतियों को निवेश के लिए आकर्षित किया। 
38. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उन्होंने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को गुजरात का ब्रांड एम्बेसडर बनाया। 
39. अमिताभ बच्चन ने इसके बदले एक पैसा भी नहीं लिया। 
40. बंगाल के सिंगूर में टाटा के नैनो कार के प्लांट के विरोध के बाद नरेन्द्र मोदी ने टाटा एक मैसेज देकर उन्हें गुजरात प्लांट लगाने के लिए आमंत्रित किया- वेलकम टू गुजरात। 

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 12 - भगवान ने क्षमा किया ऊँट चले जा रहे थे उस अन्धड़ के बीच में। ऊपर से सूर्य आग बरसा रहा था। नीचे की रेत में शायद चने भी भुन जायेंगे। अन्धड़ ने कहर बरसा रखी थी। एक-एक आदमी के सिर और कपड़ों पर सेरों रेत जम गयी थी। कहीं पानी का नाम भी नहीं था और न कहीं किसी खजूर का कोई ऊँचा सिर दिखायी पड़ रहा था। जमाल को यह सब कुछ नहीं सूझ रहा था। उसके भीतर इससे भी ज्यादा गर्मी थी। इससे कहीं भयानक अन्धड़ चल रहा था उसके हृदय में। वह उसी में झुलसा जा रहा था।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12

।।श्री हरिः।।
12 - भगवान ने क्षमा किया

ऊँट चले जा रहे थे उस अन्धड़ के बीच में। ऊपर से सूर्य आग बरसा रहा था। नीचे की रेत में शायद चने भी भुन जायेंगे। अन्धड़ ने कहर बरसा रखी थी। एक-एक आदमी के सिर और कपड़ों पर सेरों रेत जम गयी थी। कहीं पानी का नाम भी नहीं था और न कहीं किसी खजूर का कोई ऊँचा सिर दिखायी पड़ रहा था। जमाल को यह सब कुछ नहीं सूझ रहा था। उसके भीतर इससे भी ज्यादा गर्मी थी। इससे कहीं भयानक अन्धड़ चल रहा था उसके हृदय में। वह उसी में झुलसा जा रहा था।

manisha💕

कुछ बातें दिलों में आ जाती हैं कुछ जुबान पर आ जाती हैं जो जुबां पर आ जाएं कुछ जहां को कुछ ना कुछ बता जाती हैं तो ऐसी ही कुछ बातें आपके साथ करना चाहूंगी शायद कुछ अजीब लगे शायद आपने वैसे ना पहले कभी देखा हो ना सुना हो और ना सोचा हो लेकिन आज मेरी बातों को सुनने के बाद लगेगा नहीं यार सोचो इंद्रधनुष ने कहा चलो सभी रंग एक हो जाएं इस प्यारी सी सुबह को और खूबसूरत बना जाएं जो दबे दबे से रहते थे इस समाज में चलो उन्हें भी एक राह दिखा जाएं #tourjalandhar #manishapathania

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kya fark pdta hai? कुछ बातें दिलों में आ जाती हैं
कुछ जुबान पर आ जाती हैं 
जो जुबां पर आ जाएं कुछ जहां को कुछ ना कुछ बता जाती हैं 
तो ऐसी ही कुछ बातें आपके साथ करना चाहूंगी 
शायद कुछ अजीब लगे शायद आपने वैसे ना पहले कभी देखा हो ना सुना हो और ना सोचा हो 
लेकिन आज मेरी बातों को सुनने के बाद लगेगा नहीं यार सोचो 
इंद्रधनुष ने कहा चलो सभी रंग एक हो जाएं इस प्यारी सी सुबह को और खूबसूरत बना जाएं 
जो दबे दबे से रहते थे इस समाज में चलो उन्हें भी एक राह दिखा जाएं

Amit Jupi

प्रेम प्रेम को आकर्षित करता है, शांति शांति को आकर्षित करती है।  आप युद्ध में प्रेम और शांति भी विकसित कर सकते हैं #fate #love #peace #war #amitjupi

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 11 - जिज्ञासु 'प्रकृति भी भूल करती है।' अपने आप डाक्टर हडसन कह रहे थे। उन्होंने साबुन से हाथ धोये और आपरेशन-ड्रेस बदलने लगे। 'जड़ नहीं जड़ तो कभी भूल नहीं करता। उसमें भूल करने की योग्यता ही कहां होती है। मशीन तो निश्चित ही कार्य करेगी।' आज जिस शव का डाक्टर ने आपरेशन किया था, उसने एक नयी समस्या खड़ी कर दी। बात यह थी कि जिस किसी का भी वह शव हो इतना तो निश्चित ही था कि उसने अपनी लगभग साठ वर्ष की आयु पूर्ण की है और उसका शरीर सिद्ध करता है कि

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
11 - जिज्ञासु

'प्रकृति भी भूल करती है।' अपने आप डाक्टर हडसन कह रहे थे। उन्होंने साबुन से हाथ धोये और आपरेशन-ड्रेस बदलने लगे। 'जड़ नहीं जड़ तो कभी भूल नहीं करता। उसमें भूल करने की योग्यता ही कहां होती है। मशीन तो निश्चित ही कार्य करेगी।'

आज जिस शव का डाक्टर ने आपरेशन किया था, उसने एक नयी समस्या खड़ी कर दी। बात यह थी कि जिस किसी का भी वह शव हो इतना तो निश्चित ही था कि उसने अपनी लगभग साठ वर्ष की आयु पूर्ण की है और उसका शरीर सिद्ध करता है कि

Mk Premalatha

[एन] हॉरोस्कोपो पैरा हो गया 27/02/2018 एआरआईएस मोहब्बत। ऐसा लगता है कि ऐसी चीजें हैं जो आपको समय तक पहुंचने और ब्रह्मांड को नामित करने के लिए बनाई गई हैं। आप आमतौर पर शाश्वत प्रेम के बारे में अपनी कल्पनाओं को माउंट करते हैं। आपका आदर्श रिश्ता दो पिशाचों की तरह होगा, जिससे आप जीवन को एक साथ रख सकते हैं और रक्त के प्रति प्रतिबद्धता प्राप्त कर सकते हैं। वास्तविक जीवन थोड़ा अलग है, अपनी कल्पनाओं को अलग रखें और आपके पास क्या अनुकूल है। क्या होगा, समाप्त हो रहा है पैसा और काम कल के मुकाबले काम के द #Books

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[एन] हॉरोस्कोपो पैरा हो गया 27/02/2018

एआरआईएस

मोहब्बत। ऐसा लगता है कि ऐसी चीजें हैं जो आपको समय तक पहुंचने और ब्रह्मांड को नामित करने के लिए बनाई गई हैं। आप आमतौर पर शाश्वत प्रेम के बारे में अपनी कल्पनाओं को माउंट करते हैं। आपका आदर्श रिश्ता दो पिशाचों की तरह होगा, जिससे आप जीवन को एक साथ रख सकते हैं और रक्त के प्रति प्रतिबद्धता प्राप्त कर सकते हैं। वास्तविक जीवन थोड़ा अलग है, अपनी कल्पनाओं को अलग रखें और आपके पास क्या अनुकूल है। क्या होगा, समाप्त हो रहा है

पैसा और काम कल के मुकाबले काम के द

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 11 - जिज्ञासु 'प्रकृति भी भूल करती है।' अपने आप डाक्टर हडसन कह रहे थे। उन्होंने साबुन से हाथ धोये और आपरेशन-ड्रेस बदलने लगे। 'जड़ नहीं जड़ तो कभी भूल नहीं करता। उसमें भूल करने की योग्यता ही कहां होती है। मशीन तो निश्चित ही कार्य करेगी।' आज जिस शव का डाक्टर ने आपरेशन किया था, उसने एक नयी समस्या खड़ी कर दी। बात यह थी कि जिस किसी का भी वह शव हो इतना तो निश्चित ही था कि उसने अपनी लगभग साठ वर्ष की आयु पूर्ण की है और उसका शरीर सिद्ध करता है कि वह एक स्वस्थ-सबल पुरुष रहा है। डाक्टर को #Books

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|| श्री हरि: ||
11 - जिज्ञासु

'प्रकृति भी भूल करती है।' अपने आप डाक्टर हडसन कह रहे थे। उन्होंने साबुन से हाथ धोये और आपरेशन-ड्रेस बदलने लगे। 'जड़ नहीं जड़ तो कभी भूल नहीं करता। उसमें भूल करने की योग्यता ही कहां होती है। मशीन तो निश्चित ही कार्य करेगी।'

आज जिस शव का डाक्टर ने आपरेशन किया था, उसने एक नयी समस्या खड़ी कर दी। बात यह थी कि जिस किसी का भी वह शव हो इतना तो निश्चित ही था कि उसने अपनी लगभग साठ वर्ष की आयु पूर्ण की है और उसका शरीर सिद्ध करता है कि वह एक स्वस्थ-सबल पुरुष रहा है। डाक्टर को
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