Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best वृद्धा Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best वृद्धा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about वृद्धा आश्रम की कहानी, वृद्धा आश्रम का नाटक, वृद्धा पेंशन कैसे चेक करें, वृद्धा पेंशन बिहार चेक, वृद्धा पेंशन लिस्ट बिहार,

  • 4 Followers
  • 10 Stories
    PopularLatestVideo

Adwait Vats

#poem

read more
अगर ज़िंदगी में कोई प्रॉब्लम आती है लेकिन उसका रास्ता निकाले पर भी ख़त्म नहीं होती है तो ये कहानी ज़रूर पढ़े 
एक कंपनी में जॉब के लिए इंटरव्यू होने वाले थे. बहुत सारे आवेदक अपने तमाम योग्यताओं के प्रमाणपत्र लिए इंटरव्यू शुरू होने का इंतज़ार कर रहे थे. वे अपने अपने विषय की अच्छी तैयारी करके आये थे और अपनी सफलता को लेकर पूरे आशान्वित थे. लेकिन आज का इंटरव्यू कुछ अलग प्रकार का होने वाला था.
घंटी बजी और चपरासी ने सबसे पहले उम्मीदवार को इंटरव्यू कक्ष में भेजा. साक्षात्कारकर्ता ने युवक को सामनेवाली कुर्सी पर बिठाया और और उसकी फाइल देखने के बाद बोला, “आपकी क्वालिफिकेशन बहुत अच्छी हैं लेकिन आप मेरे एक सवाल का जवाब दीजिये.”

मान लीजिये आप कहीं जा रहे हैं, आपकी कार टू सीटर है. आगे चलने पर एक बस स्टैंड पर आप देखते हैं कि तीन व्यक्ति बस के इंतजार में खड़े है. उन में से एक वृद्धा जो कि करीब 90 वर्ष की है तथा बीमार है. अगर उसे अस्पताल नहीं पहुँचाया गया तो इलाज न मिल सकने के कारण मर भी सकती है. दूसरा आपका एक बहुत ही पक्का मित्र है जिसने आपकी एक समय बहुत मदद की थी. तीसरी आपकी प्रेमिका है जिसे आप बेहद प्रेम करते है. अब आप उन तीनो में से किसे लिफ्ट देंगे क्यूंकि आपकी कार में केवल एक ही व्यक्ति आ सकता है ?”
युवक ने एक पल सोचा फिर जवाब दिया ”सर मैं प्रेमिका को लिफ्ट दूंगा.“
साक्षात्कारकर्ता ने हैरानी से पूछा, “क्या ये बाकी दोनों के साथ अन्याय नहीं होगा ?”
युवक ने जवाब दिया, “नो सर, वृद्धा तो आज नहीं तो कल मर ही जायेगी. दोस्त को मैं बाद में भी मिल सकता हूँ पर अगर मेरी प्रेमिका एक बार चली गई तो फिर मैं उससे दूबारा कभी नहीं मिल सकूंगा.”
साक्षात्कार लेने वाले ने मुस्कुरा कर कहा – “वेरी गुड में तुम्हारी साफगोई सुन कर प्रभावित हुआ. अब आप जा सकते है.”
“थैंक यू” कहकर युवक कमरे से बाहर निकल गया.
इसके बाद अन्य प्रत्याशियों का नंबर आया. साक्षात्कार लेने वाले ने सभी से यही सवाल पूछा. सभी ने इसके विभिन्न उत्तर दिए. किसी ने वृद्धा को लिफ्ट देने की बात कही तो किसी ने दोस्त को लिफ्ट देने की बात कही. इस तरह इंटरव्यू आगे चलता रहा.
जब एक प्रत्याशी से यही प्रश्न पूछा तो उसने उत्तर दिया “सर मैं अपनी कार की चाभी अपने दोस्त को दूंगा और उससे कहूंगा कि वो मेरी कार में वृद्धा को लेकर उसे अस्पताल छोड़ता हुआ अपने घर चला जाये. मैं उससे अपनी कार बाद में ले लूंगा और स्वयं अपनी प्रेमिका के साथ टैक्सी में बैठ क़र चला जाऊँगा.
यह जवाब सुनकर इंटरव्यू लेने वाले अधिकारी ने उठकर उससे हाथ मिलाया और कहा, “गुड आंसर, यू आर सिलेक्टेड !”
युवक ने ‘थैंक यू सर’ कहा और मुस्कुराता हुआ बाहर आ गया.
साक्षात्कार समाप्त हो चुका था.
कई बार हम अपने सामने उपस्थित समस्या के एक ही पहलू को देखकर उसका हल खोजने लगते हैं जबकि उसका हल उसके सभी पहलुओं को एक साथ देखने और समझने में छुपा होता है. जीवन में किसी एक को साथ लेकर चलने के बजाय सभी को साथ लेकर चलने को प्राथमिकता देनी चाहिए.

Dheer

#OpenPoetry Sahiba Sridhar Sobhya Gupta Payal Singh Palvi Chalana Chief of Staff #कविता

read more
#OpenPoetry बेटे ने रुलायी है वृद्धा 
आश्रम को भगायी है वृद्धा। 
मन में सुकून है
फिर भी दिल में खून है।
दो दिन के रिश्ते के खातिर
बेटे ने रुलायी है वृद्धा। 
ख़ुशी में साथी को करके
दिल से रोया वो खुद भी है
क्योंकि वो बुजदिल भी है। 
सोच दिल को सता रही है 
माँ ये वक़्त कैसे बिता रही है
मन को खुश रखने की खातिर
बेटे ने रुलायी है वृद्धा।
आश्रम को भगायी है वृद्धा।।
रो रहा है दिल अब उसका 
जा रहा है वृद्धा से मिलने
उस सख्स की मर्ज़ी के खातिर
बेटे ने रुलायी है वृद्धा 
आश्रम को भगायी है वृद्धा।
अब तू रो और रो दिल मे ओर खो
मन को करके खुश दिल से तू ओर रो। #OpenPoetry  Sahiba Sridhar Sobhya Gupta Payal Singh Palvi Chalana Chief of Staff

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 8 - अर्चावतार 'स्वामी दयानन्दजी बच्चे थे, तभी वे समझ गये थे कि मूर्ति भगवान् नहीं है और आप........।' 'आप स्वामी दयानन्दजी की बात नहीं कर रहे हैं' उन विद्वान को बीच में ही रोक कर मैंने कहा - 'आप तो बालक मूलशंकर की बात कर रहे हैं इस समय। स्वामी दयानन्दजी तो वे बहुत पीछे हुए और आप भी जानते हैं कि स्वामी होने के बाद भी कई वर्षों तक दयानन्दजी शिवमूर्ति की पूजा करते रहे हैं।'

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
8 - अर्चावतार

'स्वामी दयानन्दजी बच्चे थे, तभी वे समझ गये थे कि मूर्ति भगवान् नहीं है और आप........।' 

'आप स्वामी दयानन्दजी की बात नहीं कर रहे हैं' उन विद्वान को बीच में ही रोक कर मैंने कहा - 'आप तो बालक मूलशंकर की बात कर रहे हैं इस समय। स्वामी दयानन्दजी तो वे बहुत पीछे हुए और आप भी जानते हैं कि स्वामी होने के बाद भी कई वर्षों तक दयानन्दजी शिवमूर्ति की पूजा करते रहे हैं।'

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 3 - दाता की जय हो! कुएँ पर रखा पत्थर पानी खींचने की रस्सी से बराबर रगड़ता रहता है और उस पर लकीरें पड़ जाती हैं; इसी प्रकार कोई एक ही शब्द बराबर रटा करे तो उसकी जीभ पर या मस्तिष्क पर कोई विशेष लकीर पड़ती है या नहीं, यह बताना तो शरीरशास्त्र के विद्वान का काम है। मैं तो इतना जानता हूँ कि जहाँ वह नित्य बैठा करता था, वहाँ का पत्थर कुछ चिकना हो गया है। श्रीबांकेबिहारीजी के मन्दिर के बाहर कोने वाली सँकरी सीढी के ऊपर वह बैठता था और एक ही रट थी उस

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
3 - दाता की जय हो!

कुएँ पर रखा पत्थर पानी खींचने की रस्सी से बराबर रगड़ता रहता है और उस पर लकीरें  पड़ जाती हैं; इसी प्रकार कोई एक ही शब्द बराबर रटा करे तो उसकी जीभ पर या मस्तिष्क पर कोई विशेष लकीर पड़ती है या नहीं, यह बताना तो शरीरशास्त्र के विद्वान का काम है। मैं तो इतना जानता हूँ कि जहाँ वह नित्य बैठा करता था, वहाँ का पत्थर कुछ चिकना हो गया है। श्रीबांकेबिहारीजी के मन्दिर के बाहर कोने वाली सँकरी सीढी के ऊपर वह बैठता था और एक ही रट थी उस

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10 ।।श्री हरिः।। 2 - मा कर्मफलहेतुर्भूः 'आप रक्षा कर सकते हैं - आप बचा सकते हैं मेरे बच्चे को। वह वृद्धा क्रन्दन कर रही थी।' आप योगी हैं। आप महात्मा हैं। मेरे और कोई सहारा नहीं है।' उस वृद्धा का एकमात्र पुत्र रोगशय्या पर पड़ा था। आज तीन महीने हो गये, कुछ पता नहीं चलता कि उसे हुआ क्या है। उसे भूख लगती नहीं, मस्तक में भयंकर पीड़ा होती है। पड़े-पड़े कराहता तो क्या, आर्तनाद किया करता है।

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10

।।श्री हरिः।।
2 - मा कर्मफलहेतुर्भूः

'आप रक्षा कर सकते हैं - आप बचा सकते हैं मेरे बच्चे को। वह वृद्धा क्रन्दन कर रही थी।' आप योगी हैं। आप महात्मा हैं। मेरे और कोई सहारा नहीं है।'

उस वृद्धा का एकमात्र पुत्र रोगशय्या पर पड़ा था। आज तीन महीने हो गये, कुछ पता नहीं चलता कि उसे हुआ क्या है। उसे भूख लगती नहीं, मस्तक में भयंकर पीड़ा होती है। पड़े-पड़े कराहता तो क्या, आर्तनाद किया करता है।

Pooja Goyal

समझोता #जिदंगी की #किताब है पच्चपन, साठ की #उम्र वालो आपको सलाम सुन लो मेरा ये पैग़ाम । बहुत मज़े से कटेगी बाक़ी की #ज़िंदगानी, बहुओं के संग #समझौता करना सीख लो। छोटे – बड़ें सब को मन की करने दो, मत टोको जो करते है, करने दो। #दिल #जीवन #वक्त #काम #स्वयं #जिंदगी #प्यार #कोशिश #साथी #पत्थर #नसीब #उम्मीद #परिणाम #किताबे #मिज़ाज #वृद्धा #आश्रम #परलोक #क़दर #ख़ाली

read more
समझोता #जिदंगी की #किताब है

पच्चपन, साठ की #उम्र वालो आपको सलाम
सुन लो मेरा ये पैग़ाम ।
बहुत मज़े से कटेगी बाक़ी की #ज़िंदगानी,
बहुओं के संग #समझौता करना सीख लो।
छोटे – बड़ें सब को मन की करने दो,
मत टोको जो करते है, करने दो।


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile