Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best जाई Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best जाई Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about तोहरा के संग जाई, कळीला की जाई, को तुम्हारे संग जाई भवरवा, सईया पातर हो जाई बा, नैहर मत जाई गौरा,

  • 20 Followers
  • 96 Stories
    PopularLatestVideo

riaa tiwari dewaria India

mute video

Radhe Chandan jha

mute video

Ravi Pal

#जाई दाढ़ी बनवा के चुम्मा डबल डबल #शायरी

read more
mute video

Kiran Kandalkar

राजवाड्यातील कन्या तू जाई

मी तुझ्या अंगणातला मोगरा

तुझी वेणी, मी त्यातला गजरा

दोघी जणी बहिणी तुम्ही, जाई जुई

मी एकटाच का बरं मोगरा.

सहजच तुझ्या फुलासारखी

माझ्या पानावर करून बघितली नक्षी.

त्यातही हसायला लागले

 तुझे सखे फुलपाखरू आणि पक्षी.

मऊ मखमली रंगाची तु जाई

शब्द तुझे मांडतानी, लवडली माझी शाई

तुझ्या वेणीत माळून मला, शेवटी तुडवू नको पाई

मी तुझ्या अंगणातला मोगरा.

©Kiran Kandalkar #जाई

मीत...🖋️

mute video

smita@ishu

#Dussehra

read more
रघु कुल रित सदा चली आई प्राण जाई पर वचन ना जाई





रावण बसा हर किसी के मन में , फिर भी कहे खुद को रघु राई

खुद की बहन घर की शोभा,दूसरे की बहन को बुरी नजर लगाई


नफरत बसता सब में यहां,कहते खुद को शांति के खुदाई #Dussehra

Balveer Pandey

read more
ब्रम्‍हा विष्णु महेश फल लिए भेंट देने सब द्वार खड़े
अटल सिंहासन बैठी माता फिर सोने का छात्रा फिरे
वार सनीचर कुमकुम वर्नी जब हुक्म करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे!!💐

Vaibhav Thorat

long time #poem

read more
कधीचं वाटलं नव्हतं असं काही होईल
एकटं सोडून मला ती मधेच निघून जाईल
कळलंच नाही अचानक असं का झालं 
जाताना मग तिच्या डोळ्यात पाणी आलं
काय झालं नक्की अजूनही कळत नाही
समजून घ्यायचं सोडून ती मात्र भांडत जाई
विसरून जावं सगळं असं दोघांनाही वाटतंय
दूर होऊन दोघांच्याही डोळ्यात पाणी दाटतय
झालं तरी काय असं शोधून सापडतही नाही
कोसळणाऱ्या सरीसारखा गैरसमज वाढतच जाई long time

Ketaki Dherange

चिंब भिजूनी या कोसळणाऱ्या सरीत
भान हरपून जाई,
ताण सारा उतरुणी अंगावरून
मातीत जिरपुनी जाई! #kavita #rain #paus #पाऊस #मराठीकविता #poetry #charoli

samandar Speaks

#samandar speaks Satyaprem Internet Jockey खुशवंत Vinay Vinayak Shivansh Mishra Anant #कविता #डर

read more
#डर   गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई
कुर्सी के खेल मे हरदम,बेचायी
गरीबी................।।
गरीबी के जीवन शापीत बुझाला
गरीबी के नाव पे इज्जत बेचाला
जनवादी सोच मे फासीजम बेचायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई

सौदा होला रोज पेट आ बदन के
हत्या होला रोज नाम पे दहेज के
जीवन ह भ्रम नाहीं लोभ के मिटायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई

मासुम जुबान के गूंगा बनाके
तार तार होला परदा दुवारी के
बाटे भरम की दुशाषन मरायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई
राजीव #samandar speaks Satyaprem Internet Jockey खुशवंत Vinay Vinayak Shivansh Mishra Anant
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile