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Harry Harender Rawat

बिक   रहे  है  खूब  ये  जो  बिकने वाले,
ये   कांच   के  टुकड़े   है   चमकने  वाले।।

जिनकी   होती   है   मंजिल   पे    नज़र,
वो   लोग   नहीं   रास्ता   भटकने  वाले।।

मौजूद    है   अब   यहां   जो   सीनो  में,
वो   दिल   नहीं  पत्थर  है धड़कने वाले।।

आ   गया   वहां   से लतीफे  सुना  के मै,
थे  नहीं  लोग   जहां  शेर  समझने वाले।।

पिघल जाता  था देखकर  तेरे आंसू मगर,
ये खोटे सिक्के यहां अब नहीं चलने वाले।।

आइना  अगर  सच   कह   दे  जो  *हरेन* 
मुमकिन  है  रूठ   जाएं    संवरने    वाले।। #बिक  #रहे  #है  #खूब  #ये  #जो  #बिकने #वाले,
#ये   #कांच   #के  #टुकड़े   #है   #चमकने  #वाले

Saya

#SunSet

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मैं एक ढ़लता सूरज हूँ,
मैं एक दिल में बैठा धिरज हूँ, 
विदा होने से पहले चमकने वाला ताज हूँ, 
हवाओं से सुकुन देने वाला मसीहा हूँ, 
अंधेरों में चमकने वाला शमा हूँ ,
उस बहती नदी की एक चमक हूँ,
तुम्हारी मुस्कुराहट की एक दमक हूँ ,
तुम्हारे चमन में एक खिलता हुआ गुलाब हूँ !!

 #NojotoQuote #sunset

Vinay Kumar

मैं महज़ 10 साल का था। स्कूल की छुट्टियाँ चल रही थी, और वो दिन आ गया था जिसके लिए मैं पुरे साल इंतज़ार करता था क्योंकि मैं दादा के घर जाने वाला था। उनके साथ जब भी मैं होता तो कोई भी मुझे अपनी मन मानी करने से नही रोकता, पुरे दिन मैं उनके साथ घूम सकता था, अपना मन चाह पहन सकता मन चाह खा सकता था । लेकिन उस सब से भी ज्यादा मुझे दो चीज़े प्यारी थी सुबह सुबह पार्क में घूमना और रात को उनके सिरहाने सर रख तारो की बातें करना। दादा के घर सुवह सुबह जल्दी उठना होता। तो घड़ी की सुईयां 5:30 पर पहुची दादा ने मुझे शर #Poetry #Birds #Stars #StorytellingDay #AirPollution #humangreed #doomsday

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(Caption..) मैं महज़ 10 साल का था। स्कूल की छुट्टियाँ चल रही थी, और वो दिन आ गया था जिसके लिए मैं पुरे साल इंतज़ार करता था क्योंकि मैं दादा के घर जाने वाला था। उनके साथ जब भी मैं होता तो कोई भी मुझे अपनी मन मानी करने से नही रोकता, पुरे दिन मैं उनके साथ घूम सकता था, अपना मन चाह पहन सकता मन चाह खा सकता था । लेकिन उस सब से भी ज्यादा मुझे दो चीज़े प्यारी थी सुबह सुबह पार्क में घूमना और रात को उनके सिरहाने सर रख तारो की बातें करना। दादा के घर सुवह सुबह जल्दी उठना होता। तो घड़ी की सुईयां 5:30 पर पहुची दादा ने मुझे शर


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