Find the Best कहलाती Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about संगीतोपयोगी आवाज कहलाती है।, संगीतोपयोगी आवाज कहलाती है। *, संगीतोपयोगी आवाज कहलाती है, आत्मघाती थैली कहलाती है, कहलाती है,
Ayush Awasthi
कलम मैं हूँ बहुत ही छोटी सी पर काम बहुत मैं आती हूँ लोगो के मन को भाती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ मैने ही वो ग्रंथ लिखे जो लोगो का ज्ञान बढ़ाते है मैं ही शब्दो को मोती सा लिख जाती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ मैं तब से हूँ जब से कागज भी ना तो जन्मा था तब मुझको लिखने का काम पत्तो पर ही करना था कभी मोर पंख से कभी सरकंडों से लिखी जाती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ ईश्वर अमिता:(भगवान गणेश) ने डोर जब मेरी थामी थी तब महाभारत जैसा महा ग्रंथ इसकी रचना कर डाली थी इतिहासों के पन्नो मे अलग रूप था अब अलग रूप मे आती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ जब मुझको कोई जज पकड़े तो लोगो को सजा सुनाती हूँ जब मुझको कोई कवि पकड़े तो महाकाव्य लिख जाती हूँ आफिसर से बच्चो तक सबके मन को भाती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ हाँ मै कलम कहलाती हूँ ............... आयुष अवस्थी #कलम
Richa Gupta ( भोर )
#DaughtersDay ईश्वर का वो नायाब तोहफ़ा, मां लक्ष्मी का वो रूप , भरती घर मे रौंनक जिससे, बेटी देवी का वो रूप.... चुग कर पीहर के दाने पिया संग उड़ जाती है जा कर ग़ैरों के बीच भी वो पीहर के रिश्ते निभाती है तभी तो वो बेटी देवी कहलाती है.... दो दहलीजों में पीसकर भी वो खुद मुस्कुराकर औरो को हंसाती है कोई आम नहीं वो बेटी मेरी अंश वंश का फर्ज बखूबी निभाती है तभी तो वो देवी का कहलाती है.... #बेटियां
Ajayy Kumar Mahato
#सवाल वो बिकनी पेहननेवाली... Hot & Sexy कहलाती है, महिला शशक्तिकरण(Women empowerment) की संज्ञा(definition) बन जाती है... पर न जाने क्यों, मेरे गाँव की माँ बहनें साड़ी और घूंघट में.. दबी-कुछली-गँवार-देहाती कहलाती है...??? वो बिकनी पेहननेवाली... Hot & Sexy कहलाती है, महिला शशक्तिकरण(Women empowerment) की संज्ञा(definition) बन जाती है... पर न जाने क्यों, मेरे गाँव की माँ बहनें साड़ी और घूंघट में.. दबी-कुछली-गँवार-देहाती कहलाती है... #Sawal #सवाल #questioninmind #प्रश्न #nojoto #nojotopoetry #nojotosawal #womanempowerment #woman #feminism
Shivam Shrivastava
कहने को तो तू हमारी मातृभाषा कहलाती है, पर तू इंग्लिश के बीच आज भी मात्र ; भाषा कहलाती है. काश एक दिन मेरे देश में ऐसा दिन भी आएगा, हर बच्चा इंग्लिश नहीं हिन्दी मीडियम स्कूल में जायगा. #hindikeegatha last part
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
सबके मन को वो भाती है मातृभाषा वो कहलाती है सबके दिलों पर छा जाती है जन्म से जो वाणी आती है वो भाषा ही हिंदी कहलाती है
Priya Gour
वो लाखों में एक है, मेरी माँ...💞वो लाखों में नहीं करोडो़ में एक हैं... बहुत देखे दुनिया के रिश्ते और मोहब्बत बस उनकी मोहब्बत सच्ची और नेक है, 💞 दो पीढ़ियों के बीच वैचारिक संतुलन बनाती है माँ, कभी दादी-नानी की तरह रिति-रिवाज समझाती है माँ, कभी दोस्त बन हर बात समझ जाती हैं माँ, बचपन में लोरी गाकर सुनाने से लेकर,उम्र भर साथ निभाती हैं माँ, उनका ख्याल कोई नहीं रखता पर सबका ख्याल रखती है माँ, बच्चे को चलना सिखाने से लेकर,जब सब साथ छोड़ दे तब भी साथ निभाती हैं माँ, सबके लिए अपने सपने, ख़्वाहिशो की भी कुर्बानी देती है माँ, घर हम आए वो नजर ना आए तो पहला सवाल होता हैं सब कहते हैं कहा हैं माँ, हिम्मत मिलती है परेशानी में भी जब मुस्कुराती है मांँ, सुलझी पहेली सी बहुत अच्छी सहेली सी है माँ, हर रिश्ते पर प्यार लुटाती है,इसलिए ममता की मूरत कहलाती है माँ, जिसमें मुझे भगवान नजर आते हैं,सही-गलत की हमें पहचान कराती हैं माँ, दुनियादारी का वह पाठ पढ़ाती हैं,बच्चे की पहली शिक्षक कहलाती है माँ, करते हैं जब कोई गलती डाटकर हमे समझाती हैं माँ, बिन बोले दिल का हाल समझ जाती हैं माँ, न जाने क्यों खुद बनाकर खाना सबसे अंत में खाती है माँ, बच्चों के सपनों के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर जाती है माँ, बच्चों की खुशी में खुश और बच्चों के दुखों में दुखी हो जाती हैं माँ, जिनका प्यार कभी कम नहीं होता हैं सच्ची मोहब्बत तो निभाती हैं माँ, जनाब मेरी मां लाखों में नहीं करोड़ों में एक है... माँ आपकी हो या मेरी क्या फर्क पडता हैं माँ तो माँ होती हैं💞 #LakhonMeinEk #Maa #माँ #LakhoHiNahiKarodoMeinEkHotiHaiMaa #Nojoto #Nojotohindi मेरी माँ...💞वो लाखों में नहीं करोडो़ में एक हैं... बहुत देखे दुनिया के रिश्ते और मोहब्बत बस उनकी मोहब्बत सच्ची और नेक है, 💞 दो पीढ़ियों के बीच वैचारिक संतुलन बनाती है माँ, कभी दादी-नानी की तरह रिति-रिवाज समझाती है माँ, कभी दोस्त बन हर बात समझ जाती हैं माँ, बचपन में लोरी गाकर सुनाने से लेकर,उम्र भर साथ निभाती हैं माँ,
dil_hain_ki_manta_nhi
jab ek ful ki पंखुड़ी बंद रेहती है। वो कली कहलाती हैं। jab wo hi ful ki पंखुड़ी खिल जाती हैं। वो फूल कहलाती हैं। और jab wo hi ful ki wahi पंखुड़ी बिखर जाती है। wo apki ज़िन्दगी का सबक बन जाती हैं। zindagI Kali jaise suru hoti hai aur पंखुड़ी ki tarah bikhar Kar khatam... #Zindagi #Ki#Kahani
ज़िंदगी_दो_पल_की
ईच्छाओ के रहते हुवे यदि प्राण चले जाए तो वो कहलाती है "मृत्यु" और प्राण के रहते हुवे अगर इच्छाए चली जाए तो वो कहलाती है "मुक्ति"
Aनुभा
जो काकरोच से डरती हैं।।पर डेयरिंग कहलाती हैं।।बात बात पे धमकी दें,पर अंदर से घबराती हैं।।हाँ साहब सही समझे ये शहर की लड़की कहलाती हैं।। शहर की लड़कियां...
kavita pal
चलो मैं आज तुम्हें खुद से रूबरू कराती हू। ज्यादा दूर जाने की जरू रत नही यही सब बताती हू। मुझे मेरे नाम से ज्यादा स्त्री नाम से जाना जाता है। कभी माँ, कभी बेटी इन रूपो से दर्शाया जाता है। संघर्षों से भरी मेरी नियति है यही सिखाय जाता है। चुप रहो, सहन करो यही सब बताया जाता है। पूजने को तो मैं आज भी देवी मानी जाती हू। लेकिन अपने ही घर मे सम्मान पाने के लिए तरस जाती हूं। कभी सीता, कभी मीरा, कभी जगत जननी कहलाती हू। लेकिन कलयुग मे अपनो द्वारा ही नोच ली जाती हूं। ममता, त्याग और करुणा की मूरत कहलाती हु। और इन्ही के कारण अपना सर्ववस्व भूल जाती हूं। # रूबरु