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Best कपड़ों Shayari, Status, Quotes, Stories

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गुमनाम शायर

सच बताना यार वो बचपन याद करते हो के नहीं

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बचपन और नए कपड़े वो बचपन के कपड़ों की चिट बोलो Miss करते हो के नहीं
जब खुद के कपड़ों की चिट को संभालना और दूसरो की चिट खींच कर तोड़ देना
सच बताना यार मिस करते हो के नहीं सच बताना यार वो बचपन याद करते हो के नहीं

JP Lines

Good Morning friends 🙏

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#कपड़ों 👕👔 से तो सिर्फ ☝ पर्दा #होता_हैं, 😌
#हिफ़ाज़त 😊 तो निगाहों से 👀 होती हैं #मेरे_दोस्तों ।। 😉😉 Good Morning  friends 🙏

safernama _withme

##justice for twinkle 🙏

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ख़ुदा से भी हो जाती हैं कुछ गलतियाँ ।
जब हैवान रूप मे इन्सान पैदा होते हैं ।
दोष अभी भी तुम  कपड़ों का ही दो।
क्योकि वो दर्द तुम कहा समझ पाते ।
 इन्हे फर्क नहीं पड़ता कपड़ों की लम्बाई से
या फिर बदन की चौड़ाई से।
 अब तो ये रिश्ता भी भुल जाते हैं ।
हबस की इस आग मे।
नहीं फर्क पड़ता है उम्र बच्चपन की हो।
या पच्चन की इन दरिन्दों को।
फुल से बच्ची को भी नही छोड़ा।
हबस की इस प्यास में ।
फिर भी तुम ख़ुद को न जाने ।
कैसे इन्सान बताते हो।
हो गई ख़ुदा से भी एक ग़लती 
जो तुम्हें इंसान बनाया हैं
तुम्हारा ये राक्षस रूपी बर्ताव के कारण ।
न जाने कितने मासूमो ने अपना जान गवांया हैं । ##justice for twinkle 🙏

Ajay Amitabh Suman

नमक बेईमानी का अरोड़ा साहब का कपड़ों के इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का दिल्ली में बहुत बड़ा कारोबार था। अक्सर वो चीन के व्यापारियों से संपर्क करके उनसे कपड़ों के एक्सपोर्ट का आर्डर लेते, फिर अपनी फैक्ट्री में कपड़ों को बनवा कर चीन भेज देते। इस काम में अरोड़ा साहब को बहुत मुनाफा होता था। उनकी इंपोर्ट और एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट में बहुत बड़ी पहुंच थी। अरोड़ा साहब इस बात का बराबर ख्याल रखते कि दिवाली या नए वर्ष के समय एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट के सरकारी कर्मचारियों के पास बख्शीश समय पर पहुंच जाए। ये अरोड़ा साहब

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 नमक बेईमानी का


अरोड़ा साहब का कपड़ों के इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का दिल्ली में बहुत बड़ा कारोबार था। अक्सर वो चीन के व्यापारियों से संपर्क करके उनसे कपड़ों के एक्सपोर्ट का आर्डर लेते, फिर अपनी फैक्ट्री में कपड़ों को बनवा कर चीन भेज देते। इस काम में अरोड़ा साहब को बहुत मुनाफा होता था। उनकी इंपोर्ट और एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट में बहुत बड़ी पहुंच थी। अरोड़ा साहब इस बात का बराबर ख्याल रखते कि दिवाली या नए वर्ष के समय एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट के सरकारी कर्मचारियों के पास बख्शीश समय पर पहुंच जाए। ये अरोड़ा साहब

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