"चाँद की सरगोशियाँ सुन कदम मेरे थम गए,
सोने चल पड़े थे सब ख़्वाब पलकों पर ही जम गए,
एहसास भी तेरे फिर मुझमें आकर घुल गए,
ये इश्क़ की ही सिफ़ारिश थी,
जो जवाँ रात में तेरे मेरे प्यार के सुर नए सज गए।।"
#AnjaliSinghal
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