लेकर इश्क का खोवा और चाहत का मैदा मैं गुझियां ऐसी बनाऊंगा तेरी मोहब्बत में डूबी चाशनी मैं उसपर खूब चढ़ाऊंगा , होली आने के पहले तैयारी कुछ ऐसी मैं कर जाऊंगा खेलोगे सनम मुझसंग होली तुम भी भींगकर मैं ऐसी रँगी बयार चलाऊंगा लेकर इश्क का खोवा और चाहत का मैदा मैं गुझियां ऐसी बनाऊंगा तेरी मोहब्बत में डूबी चाशनी मैं उसपर खूब