दोजख़ सी ज़िन्दगी में मन विकल हृदय विह्वल, कुछ ख्वाब थे अधूरे, तुम्हें पाकर दिल को करार आया, ज़िन्दगी के सारे अरमान हुए पूरे। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें। 2. इस वाक्य को अपने सुंदर शब्दों से पूरा करें।