#RIPDilipKumar अपने फूल महकते देखे औरोंकी मुरझाती कलिया कैसे कैसे दांव पेच हैँ घा वो पर प्रतिघात है दुनिया अपने सब सपने पूरे हों औरों की भले उजड़ . जाय वो दुनियां ©Parasram Arora महकते फूल.....