बस चंद ही कदम हैं, बस चंद ही पहर हैं, ये ज़िंदगी का आंचल, कभी शाम है, सहर है, ग़ुज़रो कभी इधर तो आवाज़ देते जाना, हम आज तो यहां हैं, कल क्या पता किधर हैं... #DelhiNojoto