मेरे कुछ शेर संदर्भ में पढे ꫰ ©Jayesh gulati लगता है तुम ही तबीब हो,मेरे हर मर्ज़ केे ꫰ तुम्हारी एक मुस्कान ही,सारी तबियत दुरुस्त बना देती हैं꫰꫰ तबीब-Doctor .......... ख़ूबसूरती केे उनकी क़सीदे पढे जाते हैं ꫰