*गुलाटी जी*
मेरी मोहब्बत की तुमसे, आस गुलाटी जी ।
करती हूँ मैं, तुमसे प्यार गुलाटी जी ।।
दर-दर भटकूँ, फिरू बंजारन सी मैं ।
मेरे लिए करो बस तुम, अरदास गुलाटी जी ।।
#शायरी#love_shayari
शायद वो जो था तुमसे, बस दिलकशी¹ ही थी ।
या वहम में भी दिल ज़ोरो से धड़कता है क्या?
हमे लगा के वो भी थे, कुछ उन्स² हमसे।
या यूं कहूं हमे ही कोई, ग़लतफहमी थी क्या ?
मैं नहीं जानता उनसे कब इश्क हुआ हमको।
हां वो शायद इश्क ही था, या शायद कोई सजा थी क्या? #लव#Sad_Status
Jayesh gulati
मुझे यार कभी मोहब्बत नहीं हुई ।
हां। मतलब उनके अलावा किसी से नहीं हुई।।
किया नहीं इज़हार इस हाल-ए-दिल का कभी ।
मिला लूं उनसे नज़रे ऐसी जुर्अत नहीं हुई ।।
मिले तो थे वो हमे गलती से ही शायद।
उसके बाद हमसे कभी कोई गलती नहीं हुई ।। #GoodMorning#शायरी