चुपके से चोरी से निगाहे जो तुमने उस पर गड़ाई है लालसा की नजरों से तकते देखते हो कनखियों से अजी है क्या उसमे जो वर्षो से बस देखते ही रहते हक तो पूरा जताते हो बस आज तक न बिन पूछे तुमसे उठाई है बढाते हो हाथ हाथ कभी रोक लेते हो हिम्मत फिर एक बार सोख लेते हो बड़ी ही अचंभे में है कई दिनों से सूरते तुम्हारी क्या वो जो टूट कर गिर गई थी जिससे वो तेरी कलाई है चुपके से... #चुपकेसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi