बलात्कार चारदीवारी मे भी होते है "साहब" फर्क़ बस इतना है बाहरी दुनिया के किस्से आग की तरह फैलते है और चारदीवारी के राज़ चारदीवारी मे ही दफन हो जाते है ©चाँदनी #ZulmKabTak