जीवन चक्री जब तक चलती। रसरी यौवन कभी न गलती।। जीता-मरता सब है प्राणी। फिर भी क्यों होती हैरानी।। मानव योनि मिली है जब तक। हृदय मिला लो सबसे तब तक।। ©Bharat Bhushan pathak #जीवनअनुभव जीवन चक्री जब तक चलती। रसरी यौवन कभी न गलती।। जीता-मरता सब है प्राणी। फिर भी क्यों होती हैरानी।। मानव योनि मिली है जब तक। हृदय मिला लो सबसे तब तक।।