ऐ -शाम जरा थम -थम के गुजर अभी मेरे ख्यालात अधूरे हैं वो दूर हैं तो क्या, ख्यालात में मुलाकात तो करने दे ......................... ऐ - शाम यू जुल्म ना ढा, थोड़ी बात तो करने दे ख्यालात में ही सही थोड़े पास तो आने दे आकर थोड़ा गले तो लगाने दे ................... ऐ -शाम थोड़ा सब्र तो कर यू पल भर में ना गुजर थोड़े सपने तो संजोने दे ऐ -शाम थोड़े थम के गुजर अभी मेरे ख्यालात अधूरे हैं ..................... #artiup © bs yu hi mere khyal #ए_शाम_जरा_थम_थम_के गुजर #emptystreets