नश्वर शरीर और जग भी तेरा विघटन हो रही आज कल का वर्तमान तेरा जीत की इज़ाफ़ा में कुछ चाहिए तो.... सत्य की पलकों से अंतर्मन का राह देख.... ©Dev Rishi #शरीर