अभिमन्यु ने स्वयम कहा है, कि वह अंतिम सांस तक लड़ेगा। हो कैसे भी अस्त्र-शस्त्र, वो तुमसे नहीं डरेगा। अकेला सात महाराथियो पर भारी पड़ रहा होगा, कालचक्र इतिहास गढने की तैयारी कर रहा होगा। विजय या वीरगति, बस यही कर्तव्य रहेगा, बशर्ते इसके लिए कितना भी रक्त बहेगा। ......................आनन्द ©आनन्द #आनन्द_गाजियाबादी #महाभारत #अभिमन्यु #Anand_Ghaziabadi