कभी चूड़ी बजाती है कभी पायल बजाती है । नई दुल्हन सुनों अक्सर सभी के मन लुभाती है । मगर अन्जान है प्रियतम उसी झंकार से अब तक - जिसे निशिदिन इशारों में वही धड़कन सुनाती है ।। २०/०२/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कभी चूड़ी बजाती है कभी पायल बजाती है । नई दुल्हन सुनों अक्सर सभी के मन लुभाती है । मगर अन्जान है प्रियतम उसी झंकार से अब तक - जिसे निशिदिन इशारों में वही धड़कन सुनाती है ।। २०/०२/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर