Today's Weather सखी री आया फागुन मास सखी री आया फागुन मास झूम रहा मधुमास सुध बुध बिसर गई तन मन की प्रेम अग्नि गई जाग झूम रहा मधुमास मोह पिया मिलन की आस सखी री आया फागुन मास वन उपवनम खिल उठे धरा पर फूल रही फुलवारी भीनी भीनी चले बसंती सृष्टि नाच रही सारी बिखरे हैं रंग सतरंगी जगी प्रेम की प्यास सखी री आया फागुन मास पोर पोर की छटा निराली रोम-रोम हर साई नव पल्लव प्रेम रस भीगे अंतस प्रीत जगाई थिरक उठा है मन मयूर जगा रहा उल्लास सखी री आया फागुन मास सुरेश कुमार चतुर्वेदी ©Suresh Kumar Chaturvedi #AajMausam