हाँ ये सच है क़ि समुद्र मंथन से निकले अमृत को चख कर कई दानव देवता बन चुके. थे और स्वर्ग की विलासिता का उपभोग कर रहे है आज तक उधर धरती पर रहने वाला प्राणी अमरत्व की खोज मे भटक ररः रहा है और अपनी ऊर्जा का हनन कर रहा है इसके बावजूद अमृत तत्व पाने से. वँचित है . आज भी और नारकीय पीड़ा का विष . पीने क़े लिए विवश हो रहा है #विष और अमृत.......