White कि ख़ुद ही ख़ुद को खलता था मैं तन्हाई में गलता था मेरे हिस्से में सूरज था मगर वो सिर्फ़ ढलता था धड़कना तुमसे सीखा है वगरना मैं तो पत्थर था कि मुझमें साँसे चलती थीं फ़कत इतना ही अंतर था ©Ghumnam Gautam #ghumnamgautam #तनहाई #हिस्सा #पत्थर