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मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे.. या फिर अपनी... म

मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे..
या फिर अपनी... मोहब्बत से नवाज़ दे....























आज बहुत उदास है.... मन मेरा...
गैर बनके ही सही... बस तू मुझे आवाज़ दे.... 
🌙

©s गोल्डी मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे..
या फिर अपनी... मोहब्बत से नवाज़ दे....
आज बहुत उदास है.... मन मेरा...
गैर बनके ही सही... बस तू मुझे आवाज़ दे.... अर्ज
मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे..
या फिर अपनी... मोहब्बत से नवाज़ दे....























आज बहुत उदास है.... मन मेरा...
गैर बनके ही सही... बस तू मुझे आवाज़ दे.... 
🌙

©s गोल्डी मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे..
या फिर अपनी... मोहब्बत से नवाज़ दे....
आज बहुत उदास है.... मन मेरा...
गैर बनके ही सही... बस तू मुझे आवाज़ दे.... अर्ज