White प्रेम से विरक्ति ईश्वर तक पहुँचता है पर एक समय सीमा लांगते ही प्रेम ईश्वर की साँसों के प्रवाह से निकल जाता है तब प्रेम ईश्वर बन जाता है मोह प्रेम से हो सकता है ईश्वर से नही ©चाँदनी # प्रेम