White जय जय हे भुवनेश्वरी माता जय जय हे अखिलेश्वरी माता..//1// त्रिभुवन महिमा विदित तुम्हारी तुम जगपालक तुम महतारी.. //2// तुमसे ही नभ ग्रह दल सारा भूमंडल पाताल तुम्हारा.. //3// दस दिशायें दिग्पाल तुम्हारे जड़ चेतन आधीन तुम्हारे..//4// चौदह लोक करें सेवकाई मात कृपा अतुलित बल पाई..//5// जा पर तुम्हरी कृपा भवानी रोग शोक भय कबहुँ ना जानी..//6// सुर नर मुनि नित अस्तुति गावें ब्रम्हा विष्णु महेश धियावें..//7// परमशक्ति अंगुल बसे ऐसे कमल नाल कर शोभित जैसे..//8// अटल सिंहासन आप विराजे कर आयुध केहरि पद साजे..//9// आये बालक शरण तुम्हारे मात दया के खोल किवारे..//10// माँ बच्चों को राह दिखा दो इस जीवन के तिमिर मिटा दो..//11// कर विनती स्वीकार हमारी दो वरदान जो कृपा तुम्हारी..//12// ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #माँ भुवनेशवरी