a-person-standing-on-a-beach-at-sunset अगर मैने खुद को बदल लिया तो फिर मुझमें मुझसा कोन रहेगा ओरो की तरह सजने संवरने का शोक नहीं आखिर सजावट का मुखौटा कहा तक निखरेगा एक उम्र बाद तो ढल जाती ही है चेहरे की रोनक सादगी से भरा जीवन ही एक सा सदा रहेगा कब तक रीझ सकता है ,सुंदर चेहरे पर कोई असली सुंदरता इंसान के मन की है यही एक सत्य है जो हमेशा से था और रहेगा । ©seema patidar खूबसूरत दिल, अल्फाज़ दिल के ❣️