इक रात महफ़िल फिर सजानी है, जो बातें छूटी वही बातें बतानी है। सब समझते हैं कि ये बात बचकानी है, उन्हें यही बात हकीक़त कर दिखानी है। #इकरात #महफ़िल #yqbaba #yqdidi #yqtales