बेशक ! सुबह रोज़ आती है , तमाम ज़िन्दगियों को अँधेरों से गुज़रता देखने । कुछ सुबह, सुबह नहीं होती। कुछ ज़िन्दगियों के लिए सुबह के मायने कुछ और होते हैं जो आप और हम कभी समझ नहीं सकते । 😓 #सुबह #अँधेरों #ज़िन्दगी #yqdidi #yqhindishayari #hindiwriters