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its_Shivam_Official
#चाहत ने #आँसुओ के #तोहफे दिए #बातों ने #यादों के #तोहफे दिए इसलिए #अँधेरों से लिपट कर #रो पडे हम क्योंकि #उजालों ने बहुत से #धोखे दिए 😢# ©Shivam Shivam #Pattiyan
kumaarkikalamse
चमकती है ख़ामोशी अक्सर घने अँधेरों में हँसते हँसते रो देना, इसी की मिसाल है! घर पर रहिये, ध्यान रखिये दूरी रखिये.. Keep yourself well protected. #kumaarsthought #दर्द #अँधेरों #रोना #मिसाल #ध्यान #ख़्याल
Aparna Singh
बेशक ! सुबह रोज़ आती है , तमाम ज़िन्दगियों को अँधेरों से गुज़रता देखने । कुछ सुबह, सुबह नहीं होती। कुछ ज़िन्दगियों के लिए सुबह के मायने कुछ और होते हैं जो आप और हम कभी समझ नहीं सकते । 😓 #सुबह #अँधेरों #ज़िन्दगी #yqdidi #yqhindishayari #hindiwriters
Aparna Singh
बेशक ! सुबह रोज़ आती है , तमाम ज़िन्दगियों को अँधेरों से गुज़रता देखने । कुछ सुबह, सुबह नहीं होती। कुछ ज़िन्दगियों के लिए सुबह के मायने कुछ और होते हैं जो आप और हम कभी समझ नहीं सकते । 😓 #सुबह #अँधेरों #ज़िन्दगी #yqdidi #yqhindishayari #hindiwriters
paras Dlonelystar
अँधेरों के बहाने बहुत हैं उजालों के भी क्या कहने मगर कोई किनारा न काँधा है दर्द सारे खुद ही सहने जलाकर लम्हों से ज़िन्दगी बन दरिया लगे हैं बहने ©paras Dlonelystar बहाने #parasd #अँधेरों #बहाने #दरिया
YouTub Kavi Manish Mannan
कह दो #अँधेरों से कहीं और #घर बना लें, मेरे #मुल्क में #रौशनी का #सैलाब आया है। "#हैप्पी दीवाली" happy #diwali# to all #friends#👭👬👫
poetic me..❤️
धुंध में लिपटी जिंदगी ना राह दिखाई देता ना राहगीर दिखाई देता हर तरफ हैं सिर्फ अँधेरा ही अँधेरा छाया ढूँढ सी रही हू मैं रोशनी की किरणें इस घनघोर अँधेरों के बीच हैं नजर आता मुझको दूर खड़ा कोई जो बने शायद मेरा कोई राहगीर पर अफसोस इन अँधेरों ने जकर सा रखा हैं मुझको अपने बेड़ियों से जिससे चाह कर भी नहीं तोड़ सकू मैं बस एक आश हैं... एक उम्मीद हैं... हर शाम के बाद सुबह आती हैं हर शाम के बाद सुबह आती हैं धुंध में लिपटी जिंदगी.....
Kumar.vikash18
मीलों चलने के बाद भी जब रोशनी मुझे कहीं नजर नहीं आई , सोचा बैठ लूँ थोड़ा थक गया हूँ इन अँधेरों में चलते चलते ! न तो साया ही साथ था मेरे न कोई रास्ता दिखाने वाला , जंगल में था या शहर में अँधेरों में कुछ समझ में भी नहीं आने वाला ! फिर भी एक मुस्कान थी चेहरे में और मैं चला ही जा रहा था , न मुझे उस रोशनी की फिकर थी न इन अँधेरों का गम था ! क्यों की इन अँधेरों में चलते चलते अब मैं इतना समझ चुका था , यही जिन्दगी है यहाँ रोशनी सबके नसीब में नहीं होती ! कुछ जीते हैं ताउम्र रोशनी में अँधेरों की उन्हे फिकर नहीं होती , और कुछ के नसीब में यहाँ अँधेरों में ही मौत लिखी होती ! मीलों चलने के बाद भी जब रोशनी मुझे कहीं नजर नहीं आई , सोचा बैठ लूँ थोड़ा थक गया हूँ इन अँधेरों में चलते चलते ! न तो साया ही साथ था मेरे न कोई रास्ता दिखाने वाला , जंगल में था या शहर में अँधेरों में कुछ
Shubham Garg Kumar Shukla
बचपन में अँधेरों से डर लगता था आज उन्हीं अँधेरों में शुकून मिलता है ॥ #NojotoQuote #nojoto
sifar_e_sifar
यहाँ लोग तन्नाह रहने से ड़रते हैं। सोचते हैं मगर कहने से ड़रते हैं।। रोशनी चाहते हैं सब अपने हिस्से की। हाँ, मगर अँधेरों को सहने से ड़रते हैं।। #NojotoQuote #andhere #roshni#hissa#hindi#mirakee#sher जिसे देखो यही हाल है, कोई रोशनी चाहता है पर अँधेरों से दूर भागता है या फिर रोशनी की चाहत के साथ अँधेरों में रहता है। जबकि होना चाहिए ये कि जहाँ रहो उसी को अपने अनुभव में लाओ। बाकी शेर फिर कभी 😅😄🙂🙂🙂