मैं एक दस्तक, तू बंद किवाड़ों सा मैं रेत का किनारा, तू नीला समंदर सा मैं थोड़ा पागल , तू उतना ही ज़िद्दी सा मैं बेपरवाह मुसाफिर, तू मेरी मंज़िल सा मैं दुखती रत, तू मेरे इश्क़ की हद मैं बेनाम खत, तू मेरे दिल की हसरत "मैं बस तेरा गुज़रा हुआ सा कल तू मेरा कभी ना भूलने वाला पल" !! -Manku Allahabadi कभी ना भूलने वाला पल #Life #unforgettable #moments #JustYou #mankuallahabadi