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मैं उसे मासूम कहती रही , मेरे लिए जो झूठ को भी सच

मैं उसे मासूम कहती रही , 
मेरे लिए जो झूठ को भी सच कह देती है ,
मैं जानती नहीं थी कि वो आंखे भी पढ़ लेती है ।

©Bhanu Priya
  मैं उसे मासूम कहती रही , 
मेरे लिए जो झूठ को भी सच कह देती है ,
मैं जानती नहीं थी कि वो आंखे भी पढ़ लेती है । Ak.writer_2.0 Neel Ravi Ranjan Kumar Kausik Sethi Ji Alpha_Infinity
bhanupriya6111

Bhanu Priya

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मैं उसे मासूम कहती रही , मेरे लिए जो झूठ को भी सच कह देती है , मैं जानती नहीं थी कि वो आंखे भी पढ़ लेती है । @Ak.writer_2.0 @Neel @Ravi Ranjan Kumar Kausik @Sethi Ji @Alpha_Infinity #Poetry

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