उलझन इस बात की है कि चंद उधार रातें और ये नींद बेशकीमती, रुख़सार ढूंढते है तुम्हें बार बार l ©Chandan Verma #राज#नींद#रात#स्याह#ख्वाब#हिन्दी#शब्द #AdhureVakya . -चंदन वर्मा