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अगर मुकम्मल समझना है मुझको तो थोड़ा और करीब आओ....

अगर मुकम्मल समझना है मुझको तो थोड़ा और करीब आओ....
वैसे भी हम जज़्बात के भूखे है जानां तुम्हारे जिस्म के नही।
सादर प्रणाम।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

©Durgesh Tiwari..9451125950 sdt93
अगर मुकम्मल समझना है मुझको तो थोड़ा और करीब आओ....
वैसे भी हम जज़्बात के भूखे है जानां तुम्हारे जिस्म के नही।
सादर प्रणाम।
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©Durgesh Tiwari..9451125950 sdt93