कल रात वो सपने में आई, कहा कुछ नहीं बस दूर खड़ी शरमाई। बुलाया जब मैंने तब पास मेरे वो आई, बैठ बगल में मेरे फिर सोच ज़रा वो घबराई। हाथ पकड़कर कर समझाया मैंने, तब जाकर वो मुस्काई। सो गया मैं सर गोद में उसके रख, तब याद उसे वो रात आई। जब मिले थे पहलीबार हम, इक दूसरे से घबराए हम। शुरू हुआ जो सिलसिला बातों का, एक साथ तब हंस पाए हम। इक छोर थे दरिया के हम, संग बैठ इक दूसरे से घुल पाए हम। फिर हुई हलचल सपनों से निकल आए हम, एक दूसरे को देख मुस्कुराए हम। हकीकत में न सही , सपने में तो साथ आए हम। #कलरात #वोसपनेमेंआई #yqdidi #yqbaba #yqtales