क़ुदरत को भी कदर नहीं, ज़ुल्म ऐसा हमपे कुछ ज़ायदा हुआ, सच्ची मोहब्बत करनेवाले ही तड़पें, ये कहाँ का कायदा हुआ, फर्जी घूमते फिरे हम हथेली पे लिए हरसूं यहाँ अपना दिल, जो सारी उमर रोना ही था, तो दो पल हँसके क्या फ़ायदा हुआ। - आशीष कंचन क्या फ़ायदा हुआ... #फ़ायदा #collab #yqdidi #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqpain #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi